Spread the love
48 Views

फेस वार्ता 

गलगोटियास विश्वविद्यालय और यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया (यूटीएम) द्वारा सतत विकास पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का सफल आयोजन।

ग्रेटर नोएडा:- गलगोटियास विश्वविद्यालय (जीयू), ग्रेटर नोएडा के स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज द्वारा “वैश्विक चुनौतियों के लिए सतत विकास पर अनुसंधान के बहुविषयी दृष्टिकोण” पर एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया (यूटीएम) के सहयोग से किया गया। कार्यशाला में सतत विकास से संबंधित जटिल वैश्विक चुनौतियों को सुलझाने के लिए अंतःविषयक अनुसंधान की भूमिका पर जोर दिया गया।

कार्यक्रम का नेतृत्व: कार्यशाला की समन्वय प्रो. (डॉ.) सुनीता शर्मा ने किया, जो यूटीएम के विज्ञान संकाय के साथ अपने लंबे समय से सहयोग से जुड़ी हुई हैं। यूटीएम से आए छह प्रतिष्ठित प्रतिनिधि—डॉ. अहमद कुशैरी मोहम्मद, डॉ. नुरहफिज़ा हसीम, डॉ. नूर इज़्ज़ती मोहम्मद नो, डॉ. नोरेइहन अफ़िक़ा रावी, डॉ. नोरशाहिरा मोहम्मद सईदी, और डॉ. मोहम्मद फ़ुआद बिन मोहम्मद ने गलगोटियास विश्वविद्यालय का दौरा किया और संस्थान के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की बहुत-बहुत सराहना की।


मुख्य आकर्षण: कार्यशाला की शुरुआत प्रो. (डॉ.) अवधेश कुमार, प्रो वाइस-चांसलर द्वारा स्वागत भाषण के साथ हुई उन्होंने वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में अंतःविषयक दृष्टिकोण के महत्व को रेखांकित किया। कार्यशाला का औपचारिक उद्घाटन गलगोटियास विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रो. (डॉ.) के. मल्लिखार्जुन बाबू ने किया। यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया (यूटीएम) के प्रतिनिधियों ने अपने शोध कार्यों पर प्रस्तुति दी, जिसमें जैव ईंधन के रूप में बायोमास कार्बन का उपयोग, पुनर्नवीनीकरण सामग्रियों के साथ हॉट मिक्स डामर बाइंडरों का रियोलॉजिकल वर्णन, और हड्डी पुनर्जनन में फॉस्फेट ग्लास नैनोटेक्नोलॉजी का अनुप्रयोग जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे। कार्यशाला के दौरान यूटीएम की शोध सुविधाओं और छात्रों व संकाय के बीच आपसी सहयोग के अवसरों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी: इस कार्यक्रम में 250 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने विशेषज्ञों के साथ गहन संवाद किया और सतत विकास के क्षेत्र में नवीनतम शोध पर चर्चा की। इस कार्यशाला ने जीयू और यूटीएम के बीच भविष्य के सहयोग की संभावनाओं को और मजबूत किया।

इस अवसर पर गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटियास ने अपने संदेश में कहा कि इस सफल अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य गलगोटियास विश्वविद्यालय (जीयू) और यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी मलेशिया (यूटीएम) द्वारा मिलकर वैश्विक चुनौतियों के लिए सतत विकास पर अंतःविषयक अनुसंधान के महत्व को उजागर करना था। साथ ही साथ यह कार्यशाला जीयू और यूटीएम के बीच भविष्य के सहयोग को मजबूत करने के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। समापन और धन्यवाद ज्ञापन: कार्यक्रम का समापन प्रो. संजीव कुमार, डीन, स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज, द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने सभी विशिष्ट प्रतिनिधियों, संकाय सदस्यों और छात्र समन्वयकों को कार्यक्रम को सफल बनाने में उनके अमूल्य योगदान के लिए आभार प्रकट किया। अंत में, प्रो. प्रभाकर सिंह और उनकी टीम को भी इस सफल आयोजन के समन्वय में उनके योगदान के लिए विशेष धन्यवाद दिया गया।

Loading

You missed