Spread the love
14 Views

Loading

विज्ञापन


जीबीयू में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत टैबलेट वितरण कार्यक्रम

ग्रेटर नोएडा/ फेस वार्ता भारत भूषण : गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश सरकार की स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत टैबलेट वितरण का चतुर्थ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह ने की।इससे पूर्व तीन चरणों में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को 802 टैबलेट्स और 180 स्मार्टफोन वितरित किए जा चुके हैं। आज के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश शासन से प्राप्त 198 सैमसंग ब्रांड के टैबलेट्स का वितरण किया गया। इस चरण में मुख्य रूप से बी.टेक, एम.टेक, बी-आर्क, बी.ए., बी.एससी., एम.ए., एम.एससी. जैसे विभिन्न पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं लाभार्थी रहे।

अन्य वर्षों के छात्रों को इस योजना का लाभ देने के लिए विश्वविद्यालय ने उनकी जानकारी डिजी-शक्ति पोर्टल पर अपलोड कर दी है, और नवप्रवेशित छात्रों का डाटा अपलोड करने का कार्य भी प्रगति पर है।इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह ने गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया, जिनके विशेष प्रयासों से ही विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के लाभार्थी संस्थानों में शामिल हो सका और आज इस वितरण कार्यक्रम का आयोजन संभव हो सका। कुलपति महोदय ने यह भी आशा व्यक्त की कि इन टैबलेट्स और स्मार्टफोन्स के माध्यम से छात्र अपनी पढ़ाई में और बेहतर तरीके से योगदान देंगे और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए प्रेरित होंगे। विशेष रूप से जब शिक्षा और शोध में तकनीकी और ऑनलाइन माध्यमों का महत्व बढ़ता जा रहा है, ऐसे में समाज के कमजोर वर्ग के छात्र विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। प्रो. सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत चांसलर का धन्यवाद करते हुए की, जिन्होंने छात्रों को टैबलेट्स और स्मार्टफोन्स प्रदान करने की महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल छात्रों की शैक्षिक क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि उनके शोध कौशल को भी निखारेगा, जिससे वे तकनीकी दृष्टिकोण से अग्रिम पंक्ति में रह सकेंगे।प्रो. सिंह ने स्वामी विवेकानंद के युवाओं के सशक्तिकरण में योगदान को भी सराहा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे ऐसे क्षेत्रों में कदम बढ़ाएं जो समाज के लिए लाभकारी हों। इसके अलावा, प्रो. सिंह ने “मानव अस्तित्व के सात स्तरों” पर भी चर्चा की, जिसमें उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी के पास यह निर्णय लेने की शक्ति और जिम्मेदारी है कि वे समाज में किस तरह योगदान देना चाहते हैं। उन्होंने छात्रों को आत्म-नियंत्रण पर जोर देते हुए अपनी क्षमताओं को निरंतर बढ़ाने का संदेश दिया, ताकि वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें। प्रो. सिंह ने अपने उद्बोधन का समापन इस प्रेरणा के साथ किया कि सभी को अपने समाज में प्रभावशाली और सकारात्मक योगदान देने के लिए खुद को विकसित करना चाहिए और अपने कार्यों के माध्यम से दुनिया को बदलने का प्रयास करना चाहिए। यह योजना पूरी तरह से नि:शुल्क है, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रजिस्ट्रेशन से लेकर वितरण तक की प्रक्रिया बिना किसी शुल्क के पूरी की जाती है। यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार की समावेशी सोच को प्रदर्शित करती है, जिसमें समाज के सभी वर्गों के छात्रों को समान अवसर देने का प्रयास किया जा रहा है।इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शैक्षणिक ने छात्रों के शैक्षणिक विकास में टैबलेट की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विश्वास त्रिपाठी ने सभी लाभार्थियों को बधाई दी। विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के नोडल अधिकारी डॉ. मनमोहन सिंह शिशोदिया ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग देने वाले माननीय कुलपति, अधिष्ठाता शैक्षणिक, कुलसचिव, अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, तकनीकी अधिकारी राजकुमार और समस्त शैक्षणिक, गैर-शैक्षणिक एवं प्रशासनिक सदस्यों का आभार व्यक्त किया। यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो छात्रों को उनकी शिक्षा में बेहतर अवसर प्रदान करती है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *