“मदर ऑन व्हील्स” का भव्य ध्वजारोहण: मातृत्व, आत्मनिर्भरता और साहस की ऐतिहासिक यात्रा का शुभारंभ
दिल्ली/ फेस वार्ता भारत भूषण: दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में “मदर ऑन व्हील्स” पहल के ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम ने उन पाँच प्रेरणादायक माताओं की उल्लेखनीय यात्रा का जश्न मनाया, जो भारत से दक्षिण-पूर्व एशिया और फिर ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूज़ीलैंड तक एक स्व-चालित कार अभियान पर निकल रही हैं। यह पहल दुनिया भर की माताओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत करती है।
“मदर ऑन व्हील्स” एक पहल है जिसे फाउंडेशन फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट (FHD) द्वारा शुरू किया गया है। इसका उद्देश्य यात्रा के माध्यम से माताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को समझना और इस विषय पर जागरूकता बढ़ाना है कि कैसे माताएँ बच्चों को नैतिक मूल्यों के साथ बड़ा करने में योगदान देती हैं। यह पहल यह भी दर्शाती है कि माँ का प्रभाव किसी भी बच्चे के समग्र विकास में कितना महत्वपूर्ण होता है।
इस भव्य आयोजन में दिल्ली की मुख्यमंत्री, श्रीमती रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। साथ ही पद्म भूषण सम्मानित, श्रीमती सोनल मानसिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रही थीं। गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ, डॉ. ध्रुव गलगोटिया इस पहल के प्रमुख ज्ञान साझेदार (Chief Knowledge Partner) के रूप में उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान, डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने “मदर ऑन व्हील्स” पहल के महत्व पर एक प्रभावशाली भाषण दिया। जिसमें उन्होंने इस पहल को महिलाओं को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में सार्थक योगदान दे सकें।डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने कहा, “यह यात्रा केवल एक सड़क यात्रा नहीं है—बल्कि यह आत्मनिर्भरता और साहस का प्रतीक है। यह हमें याद दिलाती है कि मातृत्व की भूमिका सार्वभौमिक है, जो संस्कृतियों, भौगोलिक सीमाओं और पीढ़ियों से परे है। ये पाँच माताएँ अपने साहसी कदमों के माध्यम से एक सशक्त संदेश दे रही हैं: जब जुनून, धैर्य और उद्देश्य एक साथ आते हैं, तो कुछ भी असंभव नहीं होता।”साथ साथ हम आपको बताते चलें कि अभी हाल ही में गलगोटिया विश्वविद्यालय और मदर्स ऑन व्हील दिल्ली ने एक महत्वपूर्ण समझौते पर अपने हस्ताक्षर किये हैं। इस एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम में श्रीमती माधुरी सहस्रबुद्धे, एफएचडी की संस्थापक सदस्य और हस्ताक्षर प्राधिकारी, श्रीमती शीतल देशपांडे (एफएचडी) गवाह के रूप में, तथा अन्य टीम सदस्यों के साथ उपस्थित रहीं। गलगोटिया विश्वविद्यालय के प्रो० अवधेश कुमार, प्रो-वाइस चांसलर ने हस्ताक्षर प्राधिकारी के रूप में भाग लिया, जबकि डॉ. अमृता त्यागी ने समन्वयक की भूमिका निभाई और विनिता विश्वकर्मा, अतिरिक्त डीन (अनुसंधान), गलगोटियास विश्वविद्यालय, गवाह के रूप में उपस्थित रहीं।यह समझौता अकादमिक और अनुसंधान सहयोग से जुड़ी परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए किया गया है, जो दोनों पक्षों के आपसी हित में हैं। GU और मदर्स ऑन व्हील्स के बीच नई कौशल विकास पहल, अनुसंधान सहयोग, विनिमय कार्यक्रम तथा अन्य परस्पर लाभकारी गतिविधियों को बढ़ावा देना है। मदर्स ऑन व्हील्स, सामाजिक विज्ञान के छात्रों के लिए इंटर्नशिप प्रोग्राम, करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम (CDP) और अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगा, जिससे छात्रों को व्यावहारिक अनुभव मिल सके। इस द्विपक्षीय समझौते में
इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्रीमती सोनल मानसिंह ने अपने संबोधन में इस पहल की सराहना की और लैंगिक समानता प्राप्त करने में सांस्कृतिक और सामाजिक सशक्तिकरण की भूमिका पर बल दिया। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि गतिशीलता (Mobility) कैसे जीवन को बदल सकती है, महिलाओं को बाधाएँ तोड़ने और समाज में अधिक सक्रिय रूप से भाग लेने में सक्षम बना सकती है।”दिल्ली की मुख्यमंत्री, श्रीमती रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में इस प्रकार की पहलों के प्रति सरकार के समर्थन को दोहराया और राष्ट्र निर्माण में माताओं की भूमिका के महत्व को रेखांकित किया।कार्यक्रम का समापन माननीय मुख्यमंत्री, श्रीमती रेखा गुप्ता, पद्म भूषण सम्मानित श्रीमती सोनल मानसिंह, और गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ, डॉ. ध्रुव गलगोटिया द्वारा प्रतीकात्मक ध्वजारोहण (Flag Off) के साथ हुआ, जो महिलाओं के सशक्तिकरण की इस नई यात्रा की शुरुआत को चिह्नित करता है। इस बात की जानकारी भगवत प्रसाद शर्मा मीडिया कार्यकारी गलगोटियास विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा ने दी।