अत्यधिक सावधानी जरूरी: जीएल बजाज में कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न
मथुरा/फेस वार्ता भारत भूषण: जीएल बजाज ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस, मथुरा में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन “इंटेलिजेंट कंट्रोल, कंप्यूटिंग और कम्युनिकेशन (IC3-2025)” सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। “इनोवेशन को अपनाना: अत्याधुनिक विकास का अन्वेषण” थीम पर आधारित इस सम्मेलन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), कंप्यूटिंग और संचार प्रणालियों पर गहन चर्चा हुई।
मुख्य अतिथि रो. (डॉ.) डी. एस. चौहान (पूर्व कुलपति, यूपीटीयू) ने कहा कि समाज सूचना युग से बुद्धिमान युग की ओर बढ़ रहा है । उन्होंने आगाह किया कि बिना नियंत्रण के AI विकास समाज के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। माइकल एम. रेश (निदेशक, HLRS लैब, जर्मनी) ने अपने मुख्य भाषण में बताया कि बुद्धिमान कंप्यूटिंग पारंपरिक कम्प्यूटिंग के दायरे को व्यापक बना रहा है। उन्होंने कहा कि कंप्यूटिंग को सुरक्षित, पारदर्शी, और मानव-केंद्रित बनाए रखना जरूरी है।
शैक्षणिक एवं औद्योगिक सहभागित
सम्मेलन में प्रो. प्रभाकर तिवारी (चेयर, IEEE यूपी सेक्शन स्टूडेंट ब्रांच एक्टिविटी), प्रो. आशीष पांडे (पूर्व चेयर, IEEE यूपी सेक्शन), प्रो. एस. विक्रम सिंह (चेयर, न्यूज़लेटर और इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन कमेटी) समेत कई गणमान्य हस्तियों ने भाग लिया। सम्मेलन का संचालन डॉ. शिखा गोविल, डॉ. शंभवी कात्यायन मिश्रा और इंजीनियर मेधा खेणवार ने किया। समापन सत्र में प्रो. एस. के. काक (एक्जीक्यूटिव बोर्ड सदस्य, CEE) ने कहा कि AI का अनियंत्रित विकास मानवता के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय नियमों, नैतिक AI विकास और रोजगार सृज पर बल दिया। सम्मेलन के दौरान 230+ शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिनमें AI-आधारित नियंत्रण प्रणाली, अगली पीढ़ी की कंप्यूटिंग, और संचार तकनीकों पर चर्चा हुई। जीएल बजाज की निदेशक प्रो. नीता अवस्थी ने संस्थान की अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने2 करोड़ के स्टार्टअप सीड fund की घोषणा की। इसके अलावा, संस्थान ने अपनी NVIDIA कंप्यूटिंग सुविधा भी प्रस्तुत की, जिससे छात्रों को अत्याधुनिक शोध में मदद मिलेगी। सम्मेलन के अंत में सर्वश्रेष्ठ शोध पत्रों को पुरस्कृत किया गया, और सभी गणमान्य व्यक्तियों व आयोजकों को सम्मानित किया गया।