फेस वार्ता/ संवाददाता:
नोएडा: सेक्टर 110 स्थित महर्षि महेश योगी संस्थान के रामलीला परिसर में महर्षि महेश योगी जी की दिव्य कृपा से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन विश्व विख्यात अंतरराष्ट्रीय कथा वाचिका पूज्य गुरु मां गौरंगी गौरी ने परम पूज्य महर्षि जी के भावातीत ध्यान और वेदो का प्रचार पुरे विश्व मे किया जो महर्षि जी ने किया वह आज तक कोई भी संत महात्मा नही कर पाये पूज्य महर्षि जी को बारम्बार प्रणाम करती हुं येसा संत योगी भूतो न भविष्य नहीं होगा । कथा के छठवें दिन पूज्य गुरु मां ने कथा प्रसंग के क्रम में श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह के वृतांत को सुनाया। भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीला और रास प्रसंग को सुन उपस्थित भक्त मंत्र मुग्ध हो गए। आगे उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण लीलामृत के महारास में जीवात्मा का परमात्मा से मिलन हुआ। जीव और परमात्मा तत्व ब्रह्म के मिलन को ही महारास कहते हैं। आगे उन्होंने कहा कि जब जीव में अभिमान आता है तब वह भगवान से दूर हो जाता है। लेकिन जब कोई भगवान के अनुराग के विरह में होता है तो श्रीकृष्ण उसको दर्शन जरूर देते हैं, ए के लाल मीडिया प्रभारी ने बताया
कथावाचिका ने आगे बताया कि रुक्मिणी साक्षात लक्ष्मी हैं और वह नारायण से दूर नहीं रह सकती हैं। इस अवसर पर श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की झांकी ने भक्तों को भाव विभोर कर दिया और भक्तों से भरा परिसर झूम उठा। कथा कार्यक्रम के छठवें दिन भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। नोएडा सेक्टर 110 के आस-पास के गांव भंगेल, सलारपुर, गेझा और हाजीपुर के अलावा अनेक सोसाइटियों के भक्त बड़ी संख्या में मौजूद थे। इस अवसर पर महर्षि महेश योगी संस्थान के अध्यक्ष एवं महर्षि विश्व विद्यालय के कुलाधिपति श्रीमान अजय प्रकाश श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष राहुल भरद्वाज अशोक श्रीवास्तव जी की गरिमामयी उपस्थिति भी रही। आयोजन समिति के संयोजक रामेंद्र सचान, यादवेंद्र यादव, शिशिरकांत श्रीवास्तव, विनीत श्रीवास्तव, दयाशंकर गुप्ता, गिरीश अग्निहोत्री, ललन पाठक, शिशुपाल सिंह यादव, श्रीकांत ओझा, विनोद श्रीवास्तव, संजय सिन्हा, एस पी गर्ग, राजेश मिश्रा राजेंद्र शुक्ला,राजेंद्र खंत्वाल, कमलेश यादव, राजेश मिश्रा आदि सहित अन्य पदाधिकारी गण और लाखों सनातन धर्म प्रेमी मौजूद थे।