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फेस वार्ता। भारत भूषण शर्मा:- 
नोएडा। सेक्टर 62 स्थित आईएमएस नोएडा में संविधान दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बीए.एलएलबी, बीकॉम.एलएलबी, एलएलबी, एमबीए एवं एमसीए के छात्रों ने हिस्सा लिया। आईएमएस लॉ कॉलेज ने नेतृत्व में आज के कार्यक्रम में बतौर अतिथि उच्चतम न्यायालय के एडवोकेट ऑन रिकार्ड (एओआर) मोहम्मद शाहिद अनवर ने अपने विचार प्रकट किए। वहीं कार्यक्रम के दौरान आईएमएस नोएडा के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ.) विकास धवन के साथ संस्थान के शिक्षक एवं छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।


कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की उद्देशिका के पाठ से हुई, जिसे छात्रों और शिक्षकों ने मिलकर पढ़ा। इसके बाद आईएमएस नोएडा के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ.) विकास धवन ने अपने संबोधन में भारतीय संविधान के महत्व और इसके सार्वभौमिक मूल्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा और व्यापक संविधान है, जो सभी नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता और न्याय प्रदान करता है। हम सभी को भारतीय संविधान के महत्व को समझना और इसके मूल्यों को अपने जीवन में उतारना आवश्यक है।
मुख्य वक्ता मोहम्मद शाहिद अनवर ने छात्रों को संबोधित करते हुए भारतीय संविधान की जटिलताओं और इसके महत्व पर चर्चा की। उन्होंने पंजाब राज्य और अन्य बनाम दविंदर सिंह और अन्य सिविल अपील संख्या 2317 का जिक्र करते हुए आरक्षण लाभ के लिए अनुसूचित जाति (एससी) के भीतर उप-वर्गीकरण की भी चर्चा की। यह मामला संविधान के अनुच्छेद 14,15 और 16 के ढ़ांचे के भीतर औपचारिक समानता के सिद्धांतों को संतुलित करते के इर्द-गिर्द है। वहीं एओआर मोहम्मद शाहिद अनवर ने युवाओं को संविधान के प्रति जागरूक रहने और इसके संरक्षण में अपनी भूमिका निभाने की प्रेरणा दी।
वहीं आईएमएस लॉ कॉलेज के विभागाध्यक्ष डॉ. भाविष गुप्ता ने बताया के आज के कार्यक्रम के दौरान छात्रों के लिए पोस्टर मेकिंग, क्विज, गेस्ट लेक्चर एवं भाषण प्रतियोगिता रखी गयी। जिसमें संविधान और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े सवाल पूछे गए। संविधान दिवस आज के कार्यक्रम ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्टाफ को भारतीय लोकतंत्र की नींव को और अधिक गहराई से समझने का अवसर प्रदान किया।

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