फेस वार्ता।
गलगोटियास विश्वविद्यालय ने अपने परिसर में ‘परिसंवाद 2024: एक मानव संसाधन संगोष्ठी’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया। इस संगोष्ठी में मानव संसाधन और औद्योगिक संबंधों के क्षेत्र के अग्रणी नेताओं ने भाग लिया। संगोष्ठी में विभिन्न उद्योगों से 15 शीर्ष कंपनियों के एचआर नेताओं के साथ विचारोत्तेजक चर्चा हुई।
गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने सभी विशिष्ट अतिथियों और इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभाशाली व्यक्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह शिखर सम्मेलन मात्र एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह उन नवाचारी विचारकों और उत्साही नेताओं का संगम है जो हमारे देश के मानव संसाधन के भविष्य को आकार दे रहे हैं।उन्होंने इस शिखर सम्मेलन को मानव संसाधन के क्षेत्र में बदलाव का एक महत्वपूर्ण क्षण बताया। मानव संसाधन के परिदृश्य में तेजी से बदलाव आ रहा है, जो तकनीकी उन्नति, कार्यबल की अपेक्षाओं में बदलाव और संगठनों द्वारा जटिल वातावरण में नेविगेट करने की प्रक्रिया से प्रेरित है।अपने समापन भाषण में, उन्होंने सशस्त्र बलों, सरकार, उद्योग द्वारा किए गए योगदान की सराहना की और यह व्यक्त किया कि मानव संसाधन हमारे देश के भविष्य को आकार दे रहा है। मानव संसाधन संगठनों के मूल्यों को प्रभावित कर रहा है और देश को आकार देने में एक बड़े उद्देश्य की सेवा कर रहा है। उन्होंने शिखर सम्मेलन में वक्ताओं को उनके बहुमूल्य विचारों और योगदान के लिए धन्यवाद दिया। इस सम्मेलन में प्रमुख चर्चा के विषयों में संगठनों में विविधता का महत्व, आईटी उद्योग पर एआई का प्रभाव, और इंजीनियरिंग की विशेष शाखाओं की बदलती भूमिका शामिल थीं। संगोष्ठी ने समावेशी कार्यस्थलों को बढ़ावा देने और तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने पर नए विचारों के आदान-प्रदान का मंच प्रदान किया। गलगोटियास विश्वविद्यालय को ऐसे गतिशील नेताओं के समूह की मेजबानी करने का गौरव प्राप्त हुआ, और यह कार्यक्रम मानव संसाधन विकास के भविष्य को आकार देने में योगदान करने वाली एक फलदायी बातचीत साबित हुआ।