जीवन में सकारात्मक ऊर्जा होना बेहद जरूरी : राज दीदी
ग्रेटर नोएडा:- जीवन में यदि आप सुख और शांति, धन वैभव, उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त करना चाहते हैं तो यह बहुत आवश्यक है कि आपके पास सकारात्मक ऊर्जा हो,सकारात्मक ऊर्जा आपको सुखी बनाती है। जबकि नकारात्मक ऊर्जा दुख दरिद्रता और अस्वस्थता की जननी है। यह विचार नारायण रेकी सत्संग परिवार की संस्थापिका राजेश्वरी मोदी (राज दीदी) ने शारदा विश्वविद्यालय में शारदा देवी की पांचवी पुण्यतिथि के दौरान आयोजित सत्संग में व्यक्त किए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राज दीदी शारदा ग्रुप के चेयरमैन पीके गुप्ता,वाइस चेयरमैन वाइके गुप्ता,ट्रस्टी सीमा गुप्ता,भावना गुप्ता,सीईओ प्रशांत गुप्ता,वाइस प्रेसिडेंट रिषभ गुप्ता ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। सत्संग के में बड़ी संख्या में महिलाएं बड़ी संख्या उपस्थित रही।सत्संग में राज दीदी ने कहा कि हर व्यक्ति अपने भाग्य का खुद ही विधाता है।
यद्यपि भगवान ने हम सब का भाग्य लिखा है किंतु उन्होंने हमारा भाग्य पेंसिल से लिखा है। जिसे मिटाकर हम स्थाई स्याही से अपना भाग्य खुद लिख सकते हैं, लेकिन इसके लिए हमारे पास सकारात्मक ऊर्जा होनी बहुत जरूरी है।उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड में दो प्रकार की ऊर्जा संचारित हो रही है। इसमें सकारात्मक ऊर्जा और नकारात्मक ऊर्जा का समावेश है।अब यह हम सभी पर निर्भर है कि हम कौन सी ऊर्जा अपने भीतर समाहित कर रहे हैं। हम जिस प्रकार की ऊर्जा अपने भीतर समाहित करते हैं हमारा जीवन उसी ऊर्जा के अधीन होकर वैसा ही बनता जाता है। जैसे जीवन में हम जो भी करते हैं अच्छा करते हैं, परोपकार की भावना रखते हैं, परोपकार करते हैं, खुश रहते हैं और दूसरों को खुश रखने का प्रयत्न करते हैं, सदकार्य करते हैं और सद्विचार रखते हैं तो इससे निश्चित तौर पर हमारे अंदर ब्रह्मांड की सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता ने कहा कहा कि हम सभी को अपने जीवन में हमेशा अच्छा करते रहने की ही कोशिश करनी चाहिए और सकारात्मक विचार रखने चाहिए।सकारात्मक विचार जीवन में बड़ा बदलाव लाते हैं।कहा कि हर सफल पुरुष के पीछे यदि एक अच्छी महिला होती है तो हर सफल महिला के पीछे सद विचारों वाला पुरुष ही होता है। उन्होंने कहा कि आज उन्हीं के सहयोग और प्रेरणा से सकारात्मक ऊर्जा को मैं दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचा पा रहा हूं। इस दौरान वाइस चांसलर डॉ सिबाराम खारा, रजिस्ट्रार विवेक गु्प्ता, डायरेक्टर पीआर डॉ अजीत कुमार, डॉ प्रमोद कुमार, डॉ कपिल दवे,डॉ अन्विति गुप्ता, डीन एकेडमिक डॉ आरसी सिंह, डॉ भुवनेश कुमार,यशोधरा राजे समेन विभिन्न विभागों के डीन और एचओडी मौजूद रहे।