फेस वार्ता।
- दिल्ली – 19 अगस्त’2024 – अमरीका के लास वेगास में “सोर्सिंग एट मैजिक” 2024 में शुरू हुआ और इसका आयोजन 21 अगस्त 2024 तक किया जाएगा। सोर्सिंग एट मैजिक, 2024 में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन अमरीका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत डॉ. के. श्रीकर रेड्डी ने किया। इस अवसर पर अमरीका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूतावास के वाणिज्य दूत अभिषेक शर्मा की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के कार्यकारी निदेशक आर.के. वर्मा ने सूचित किया कि 19 अगस्त 2024 को लास वेगास कन्वेंशन सेंटर, लास वेगास, यूएसए में हुए इस उद्घाटन के अवसर पर अमरीका में प्रतिष्ठित सदस्य निर्यातकों और व्यापार आगंतुकों की भी उपस्थिति रही। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारत के महावाणिज्य दूत डॉ. के. श्रीकर रेड्डी ने अन्य अधिकारियों के साथ ईपीसीएच इंडिया पवेलियन का दौरा किया, प्रतिभागियों के साथ बातचीत की और “सोर्सिंग एट मैजिक” में भारतीय हस्तनिर्मित फैशन आभूषण और सहायक उपकरण की विशाल विविधता के प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की। ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने कहा कि “सोर्सिंग एट मैजिक” भारतीय हस्तशिल्प की अद्वितीय सुंदरता और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाला एक महत्वपूर्ण व्यापार शो है। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में परिषद की मजबूत उपस्थिति भारतीय हस्तशिल्प निर्यातकों के लिए वैश्विक बाजार तक पहुंच बढ़ाने के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है।
उन्होंने आगे कहा, मेले में फैशन आभूषण, फैशन सहायक उपकरण, शॉल, स्कार्फ और स्टोल, फैशन बैग, चमड़े के जूते और सहायक उपकरण की एक विविध श्रृंखला होगी जो अद्वितीय भारतीय परंपराओं को दर्शाती है।ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के वर्मा ने बताया कि इस संस्करण में 950 से अधिक भारतीय कंपनियां अपने विविध उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 10 हजार से अधिक व्यापार आगंतुकों के शो में आने की उम्मीद है। संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय हस्तशिल्प उत्पादों के लिए प्रमुख बाजार है और इसलिए “सोर्सिंग एट मैजिक”, लास वेगास, संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया भर में भारतीय हस्तशिल्प कंपनियों के लिए एक मार्केटिंग का महत्वपूर्ण माध्यम है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका को भारत का हस्तशिल्प निर्यात रु. 13,381.07 करोड़ रुपए (1,616.12 मिलियन अमरीकी डालर) रहा है। इस मेले में भारत पर फोकस होने से निर्यात को और बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और होम, लाइफस्टाइल, टेक्स्टाइल, फर्नीचर और फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 32,758 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा।