Spread the love
6 Views

ग्रेटर नोएडा/ फेस वार्ता:  भारत गतिशीलता वैश्विक एक्सपो 2025 के तहत आयोजित अर्बन मोबिलिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर शो (UMIS) 2025 और Bharat Construction Equipment Expo 2025 का 4 दिवसीय संयुक्त आयोजन सफलता के साथ एक सकारात्मक नोट पर संपन्न हुआ। यह आयोजन 19 से 22 फरवरी 2025 तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में हुआ। इस ऐतिहासिक आयोजन ने नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं और वैश्विक भागीदारों को एक मंच पर लाकर भारत की गतिशीलता और अवसंरचना क्षेत्रों के लिए एक स्थायी और नवाचारपूर्ण दिशा निर्धारित की।

120 से अधिक प्रदर्शकों ने 34,000+ वर्ग मीटर के प्रदर्शनी क्षेत्र में इलेक्ट्रिक वाहनों, ड्रोन और उन्नत निर्माण उपकरण जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन किया। इस आयोजन ने 25,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों को आकर्षित किया, जिसमें प्रतिनिधि और अधिकारी शामिल थे, जिससे भारत की वैश्विक गतिशीलता नवाचार केंद्र के रूप में स्थिति और मजबूत हुई। इंडिया एक्सपो मार्ट लिमिटेड के चेयरमैन, डॉ. राकेश कुमार ने इस आयोजन की सफलता पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “UMIS 2025 ने भारत के गतिशीलता और अवसंरचना क्षेत्रों को आगे बढ़ाने के लिए सार्थक सहयोगों का मार्ग प्रशस्त किया है। यहां जो अंतर्दृष्टि और साझेदारियां बनी हैं, वे हमारे सतत विकास और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में मार्गदर्शन करेंगी।19 जनवरी को इस आयोजन की शुरुआत उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के सचिव श्री सुनील बर्थवाल ने भाग लिया। उन्होंने UMIS 2025 को विविध भागीदारों को जोड़ने की “महत्वपूर्ण पहल” बताया।

“मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” के दृष्टिकोण पर जोर देते हुए बर्थवाल ने कहा, “भारत के युवा और नवाचार हमारे गतिशीलता और अवसंरचना क्षेत्रों को वैश्विक नेतृत्व की ओर ले जाने में प्रेरक शक्ति होंगे।” उन्होंने प्रतिभा, अकादमिक और उद्योग के बीच तालमेल बनाने के लिए ऐसे आयोजनों की आवश्यकता को रेखांकित किया। डॉ. राकेश कुमार और इंडियन कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ICEMA) के अध्यक्ष और कैटरपिलर इंडिया के एमडी श्री वी. विवेकानंद ने भी इस आयोजन के महत्व को रेखांकित किया। विवेकानंद ने बताया कि 2047 तक भारत का निर्माण उद्योग दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बनने के लिए तैयार है। उन्होंने सरकार के अवसंरचना केंद्रित दृष्टिकोण और नवाचार की भूमिका पर जोर दिया। 20 से 22 जनवरी, 2025 तक आयोजित सम्मेलनों में 20 जनवरी को सतत गतिशीलता अवसंरचना, वैकल्पिक ईंधन और उपभोक्ता-केंद्रित गतिशीलता उत्पादों जैसे विषयों पर पैनल चर्चाएं हुईं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव, राजेश अग्रवाल ने 5G और ब्लॉकचेन जैसी प्रौद्योगिकियों के साथ एकीकृत गतिशीलता प्रणालियों की आवश्यकता पर चर्चा की। 21 जनवरी को दो प्रमुख सम्मेलन आयोजित किए गए। इनमें से एक अंतरराष्ट्रीय एयर मोबिलिटी सम्मेलन था, जिसमें भारत के ऑटोमोटिव और मोबिलिटी क्षेत्र पर चर्चा की गई। इसने उन परिवहन समाधानों पर प्रकाश डाला, जो लोगों और सामान के परिवहन के लिए 7Cs के सिद्धांतों पर आधारित हैं: सामान्य (Common), जुड़े हुए (Connected), सुविधाजनक (Convenient), ट्रैफिक मुक्त (Congestion-Free), चार्ज (Charged), स्वच्छ (Clean), और अत्याधुनिक (Cutting-Edge) इस सम्मेलन में मुख्य भाषण वुमलुनमांग वुआलनाम, सचिव, नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिया गया। उन्होंने ड्रोन, eVTOLs और वर्टिपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर की लॉजिस्टिक्स और कृषि में परिवर्तनकारी संभावनाओं पर चर्चा की। दूसरा सम्मेलन 3rd CE मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन समिट था, जिसमें विजय मित्तल, संयुक्त सचिव, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने भाग लिया। उन्होंने भारत के अनुसंधान और विकास (R&D) में प्रगति पर चर्चा की। मित्तल ने बताया कि भारत ने अकादमिक उत्पादकता और पेटेंट दाखिल करने में उल्लेखनीय प्रगति की है, हालांकि प्रयोगशाला के नवाचारों को बाजार में लाने में कुछ चुनौतियाँ बनी हुई हैं। 22 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय एयर मोबिलिटी सम्मेलन का मुख्य ध्यान भविष्य की उन्नत विमानन तकनीकों और भारत को एक वैश्विक कार्गो हब के रूप में विकसित करने पर केंद्रित था। इन आयोजनों के प्रमुख प्रदर्शकों में शामिल थे: NMRC, UPMRC, DMRC, NCRT Ltd., Maha Metro, Kochi Metro, Inland Waterways, NOIDA, GNIDA, CIDCO, RT Vision, Kono Lighting, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, CSIR, पवन हंस, एलायंस एयर, एयरबस, इंडिगो, AI इंजीनियरिंग, TIDCO, JCB, टाटा हिताची, L&T, कैटरपिलर, और विर्टजन इंडिया। UMIS 2025 और BCEE का यह संयुक्त आयोजन भारत को मोबिलिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इसने नवाचार, सहयोग और स्थिरता के संयोजन से परिवर्तनकारी प्रगति को प्रोत्साहित किया।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *