ग्रेटर नोएडा/ फेस वार्ता लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी MTree के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। साझेदारी का उद्देश्य कक्षा शिक्षण और छोटी परियोजनाओं में MTree के जेनरेटिव AI टूल के एकीकरण के माध्यम से छात्रों को अभिनव सीखने के अवसर प्रदान करना है।
11 जनवरी, 2025 को वरिष्ठ शैक्षणिक और उद्योग पेशेवरों की उपस्थिति में एक समारोह में समझौता ज्ञापन पर आधिकारिक तौर पर हस्ताक्षर किए गए। लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में मुख्य रणनीति और विकास प्रमुख डॉ. वंदना अरोड़ा सेठी ने संस्था की ओर से हस्ताक्षर किए, जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मुकुल जैन और एमट्री में इंजीनियरिंग के उपाध्यक्ष श्री विजय शर्मा ने तकनीकी कंपनी का प्रतिनिधित्व किया। यह सहयोग छात्रों को MTree जनरेटिव AI टूल तक पहुँच प्रदान करेगा, जिससे वे लाइव प्रोजेक्ट्स से जुड़ सकेंगे और व्यावसायिक मामले विकसित कर सकेंगे जो सीधे MTree के आगामी उत्पाद लॉन्च में योगदान देंगे। ये छात्र-संचालित परियोजनाएँ उन्हें वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों पर काम करने, भविष्य के उत्पादों को आकार देने और अत्याधुनिक तकनीकों में व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने की अनुमति देंगी। बदले में, MTree के अभिनव उपकरण और समाधान संस्थान के प्रबंधन विकास कार्यक्रम (MDP) और संकाय विकास कार्यक्रम (FDP) में शामिल किए जाएँगे, जो अत्याधुनिक AI और IoT तकनीकों के साथ पाठ्यक्रम को बढ़ाएँगे। डॉ. सेठी ने हस्ताक्षर समारोह के दौरान अपने संबोधन में साझेदारी के बारे में बताया: “यह सहयोग उद्योग और शिक्षा के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। MTree जनरेटिव AI टूल को हमारे कार्यक्रमों में एकीकृत करके, हम अपने छात्रों को उद्योग-अग्रणी उपकरणों के लिए अमूल्य अनुभव प्रदान कर रहे हैं जो उन्हें तेज़ी से विकसित हो रहे डिजिटल परिदृश्य के लिए तैयार करेंगे।”विजय शर्मा ने अपने विचार साझा किए, जिसमें छात्रों द्वारा एमट्री के आगामी उत्पाद में सार्थक योगदान देने की संभावना पर प्रकाश डाला गया: “हम लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के साथ सहयोग करके रोमांचित हैं। उनका दृष्टिकोण नवाचार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। वास्तविक व्यावसायिक मामलों के विकास में छात्रों को शामिल करके, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे समाधान न केवल उन्नत हों, बल्कि व्यावहारिक और बाजार की जरूरतों के लिए प्रासंगिक भी हों।यह साझेदारी उच्च शिक्षा के लिए एक दूरदर्शी दृष्टिकोण को दर्शाती है, जहाँ छात्र केवल पाठ्यपुस्तकों से ही नहीं सीखते हैं, बल्कि वास्तविक दुनिया की समस्या-समाधान में भी संलग्न होते हैं, जिससे वे कल की प्रौद्योगिकी-संचालित दुनिया में करियर के लिए बेहतर तरीके से तैयार होते हैं। शैक्षणिक कार्यक्रमों में AI और IoT को शामिल करना छात्रों के अनुभव और प्रौद्योगिकी के साथ बातचीत करने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव लाने की दिशा में एक आशाजनक कदम है।