गौतमबुद्धनगर/भारत भूषण फेस वार्ता: समाज सेविका एडवोकेट अर्चना सिंह ने बताया कि गांव के किसानों की फसल बर्बाद होने की सूचना काफी दिन से मिल रही थी और इस बारे में पहले भी संबंधित अधिकारियों को अवगत करा दिया गया था, लेकिन अधिकारियों के टालमटोल वाले रवैया के वजह से गांव के किसानों में रोष बढ़ता ही जा रहा था।
दनकौर- रबूपुरा क्षेत्र के रुस्तमपुर गांव में किसानों की फसल को छुट्टे जानवर नुकसान पहुंचा रहें हैं। इससे किसान परेशान है। वही यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से लेकर गौतमबुद्धनगर के जिम्मेदार अधिकारी इन छुट्टे जानवरों से किसानों की फसलों की रखवाली के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहे हैं। शासन के सूत्र दावा करते हैं कि इस तरह खुले घूमने वाले इन जानवरों के चारे और पानी के लिए सरकार की ओर से भली प्रकार की व्यवस्था की गई है। यहां तक की गौशालाओं में इनके संरक्षण के लिए भी सरकार की ओर से विशेष प्रावधान किए गए हैं। लेकिन यह नियम और कायदे कागजों में धूल फांक रहे हैं। ताजा मामला दनकौर- रबूपुरा क्षेत्र के रुस्तमपुर गांव से निकाल कर आ रहा है। यहां गांव में दर्जनों की संख्या में गाय और गौवंश चारे और पानी के अभाव में इधर- उधर मारे-मारे फिर रहे हैं। गांव की सड़कों से लेकर किसानों के खेतों तक पेट की आग बुझाने के लिए भटकते हुए देखे जाते हैं।गांव के किसानों के खेतों की बात करें तो बड़ी संख्या में फसलों को नुकसान पहुंचाया जा चुका है। रुस्तमपुर गांव निवासी समाजसेविका एडवोकेट अर्चना सिंह ने किसानों की फसल बर्बाद होने पर संबंधित अधिकारियों को आडे हाथों लिया है। इस बात की सूचना उन्होंने गौतमबुद्धनगर के संबंधित अधिकारियों समेत यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के जिम्मेदार अधिकारियों को दी। तब आनन फानन में संबंधित अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर छुट्टे जानवरों को फलैदा और दनकौर क गौशाला में पहुंचाया।