फेस वार्ता। निरंजन शर्मा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की संकल्पना और प्रेरणा से 22 से 25 नवंबर 2024 तक नागपुर में आयोजित मध्य भारत की सबसे बड़ी कृषि प्रदर्शनी ‘अंग्रेजौ व्हिजन’ (Agro Vision) के 15वें संस्करण का नितिन गडकरी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषि विद्यापीठ के कुलगुरू प्रा डॉ गडाख , राहुरी कृषि विद्यापीठ के कुलगुरू डॉ. प्रशांतकुमार पाटील, पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नितिन पाटील, क्रॉप केयर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष दीपक शाह जी, श्री टी आर केशवन, आदरणीय डॉ सी डी माई, अबू धाबी के शेख अब्दुल्ला तथा सांसदों, विधायकों, सहयोगी संस्थाओं के अधिकारी, ‘अॅग्रो व्हिजन’ आयोजन के पदाधिकारी और गणमान्यों की उपस्थिति में उद्घाटन किया। किसान कृषि की नई तकनीक से जुड़ें, बलिराजा के परिश्रम से आधुनिक तकनीक को जोड़ा जाए, विदर्भ के किसानों को कृषि क्षेत्र की नई तकनीक और व्यवसाय अवगत हो, उनकी आय में वृद्धि हो, खेती लाभदायक हो और किसान सुखी, संपन्न और समृद्ध हो इस उद्देश्य से गडकरी जी की प्रेरणा और संकल्पना से हर साल नागपुर में ‘अॅग्रो व्हिजन’ का आयोजन किया जाता है।
2009 में शुरू हुई मध्य भारत की यह एकमात्र भव्य कृषि प्रदर्शनी इस वर्ष अपने 15वें वर्ष में प्रवेश कर रही है, जिससे किसानों में नया आत्मविश्वास निर्माण हो रहा है। किसान, कृषि तज्ज्ञ और कृषि प्रेमी जन बड़ी संख्या में इस में शामिल होते है। चार दिन के आयोजन के अंतर्गत इस में विभिन्न विषयों पर कार्यशाला, राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी, सेमिनार एवं अनेक महत्वपूर्ण सम्मेलनों का आयोजन किया जाता हइस वर्ष ‘अॅग्रो व्हिजन’ की अवधारणा समृद्ध कृषि के लिए प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और व्यापार है। इस वर्ष राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी में लघु उद्योगों से लेकर बहुराष्ट्रीय कंपनियों तक, बचत समूहों से लेकर केंद्रीय मंत्रालयों तक, अनुसंधान संस्थानों से लेकर कृषि विश्वविद्यालयों तक, 450 से अधिक संगठन भाग लेंगे। किसान आधुनिक कृषि उत्पादों और सेवाओं के साथ-साथ स्टार्टअप के नवीन उत्पादों को भी देख सकेंगे। सरकारी योजनाओं की जानकारी सीधे सरकारी विभागों से प्राप्त की जा सकती है। निःशुल्क कार्यशालाओं में विभिन्न विषयों पर लगभग 30 कार्यशालाएँ होंगी। निर्यात के लिए केले और निंबू की खेती, आम की खेती, कृषि में ड्रोन के उपयोग, टेरेस गार्डन के साथ-साथ मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन और रेशम उत्पादन जैसे सहायक व्यवसायों पर भी कार्यशालाएँ होंगी। गन्ना उत्पादन, किसान उत्पादन संगठनों, महिला बचत समूहों और डेयरी किसानों के साथ-साथ कृषि में अपना करियर बनाने के लिए इच्छुक युवाओं के लिए विशेष कार्यशालाएँ होंगी। इस कार्यशाला में सफल किसानों की सफलता की कहानियाँ भी सुनी जा सकेंगी। प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण और व्यापार पर आधारित भविष्य की समृद्ध कृषि पर विचार करते हुए इस क्षेत्र में अनुसंधान के माध्यम से एकीकृत प्रौद्योगिकियों के विकास पर व्यापक चर्चा करना ‘अॅग्रो व्हिजन’ का मुख्य उद्देश्य है। कृषि क्षेत्र की बड़ी और छोटी कंपनियों, राज्य के कोने-कोने से आने वाले लोग और कार्यशाला में विशेषज्ञों द्वारा प्राप्त महत्वपूर्ण ज्ञान के कारण ‘अॅग्रो व्हिजन’ पिछले 15 वर्षों से किसानों के लिए एक विशेष और महत्वपूर्ण कार्यक्रम रहा है।