फेस वार्ता। भारत भूषण शर्मा –
यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम निमाया फ़ाउन्डेशन द्वारा “द स्मार्ट फैलोशिप” पहल तहत किया गया। जिसे नॉलेज पार्टनर अशोका यूनिवर्सिटी और सेंटर फॉर सोशल एंड बिहेवियर चेंज ने गलगोटिया यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयोजित किया।
निमाया फ़ाउन्डेशन की संस्थापक सुश्री नव्या नवेली नंदा ने ऑनलाइन विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए सबसे पहले “महिला सशक्तिकरण” के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने उन महिलाओं को मौका देने के बारे में बताया जो महत्वाकांक्षा रखती हैं और भारत को आगे ले जाने का जो सपना देखती हैं और प्रयास भी करती हैं। उन्होंने आगे कहा कि महिलाएं जन्म के बाद उद्यमी और मेहनती होती हैं। महिलाओं में स्वाभाविक रूप से उनके अंतर्निहित कौशल को हमें सामने लाना है। पहले से ही पीड़ित पुरुषों और महिलाओं के लिए सहानुभूति और भावना को दैनिक आधार पर करने की आवश्यकता है। एसएफएच की महिलाएं आने वाली युवा पीढ़ी की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन सकती हैं। निमाया फ़ाउन्डेशन के सह-संस्थापक सम्यक चक्रवर्ती ने सुश्री शेरोन मैरी सैमहार्ट को संबोधित किया, और उन्होंने सामाजिक और व्यवहार विज्ञान के बारे में बात की। एआई के युग में एक योग्यता के रूप में प्राकृतिक बुद्धिमत्ता के बारे में भी चर्चा की गई। (स्मार्ट फैलोशिप कार्यक्रम) की मुख्य वास्तुकार संचालन सुश्री रुचिका ठक्कर ने कार्यक्रम में फोकस और प्रयासों के महत्व पर चर्चा की। चर्चा की गई कि महिलाएं महान सीईओ क्यों बन सकती हैं। प्राकृतिक बुद्धि को बढ़ाने की बात कही।गलगोटियास विश्वविद्यालय की डायरेक्टर ऑपरेशन आराधना गलगोटिया ने के इस कार्यक्रम के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा कि महिलाओं की प्रगति और उनमें आत्मविश्वास का संचार करना ही इस प्रकार के कार्यक्रमों का उद्देश्य है। महिला सशक्तिकरण देश के विकास के लिए अति महत्वपूर्ण है। महिलाओं का सशक्तिकरण सबसे महत्वपूर्ण चीज है क्योंकि वे एक महान रचनाकार होती हैं। गलगोटियास विश्वविद्यालय के सीईओ डा० ध्रुव गलगोटिया ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये सभी का उत्साह वर्धन किया और महिला सशक्तिकरण के विषय पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं की आत्म-सम्मान की भावना; चुनाव करने और निर्णय लेने का उनका अधिकार; अवसरों और संसाधनों तक पहुंच का उनका अधिकार; घर के अंदर और बाहर अपने जीवन को नियंत्रित करने की शक्ति का उनका अधिकार; और सामाजिक व्यवस्था की दिशा को प्रभावित करने की उनकी क्षमता इन पाँच बिन्दुओं को महिला सशक्तिकरण के बहुत ही महत्वपूर्ण कदम बताया। गलगोटियास विश्वविद्यालय की कुलपति सलाहकार डा० रेनू लूथरा मैम ने कहा की यह फेलोशिप कार्यक्रम एक रोमांचक अवसर है, जिसमें आप आत्मविश्वास, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, पारस्परिक कौशल और संवाद कौशल जैसी आवश्यक क्षमताएं प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको कैंपस से कॉर्पोरेट की सफल यात्रा के लिए तैयार करेंगी और आपको आपके संगठन और देश का एक उत्पादक सदस्य बनने में सहायता करेंगी। मैं आपको आश्वस्त करना चाहती हूं कि गलगोटियास विश्वविद्यालय महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए अवसर प्रदान करने के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।