विश्व अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस और क्ले मॉडलिंग विश्व अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) मनाया। इस अवसर पर जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल, ग्रेटर नोएडा 29 जुलाई, 2024 को विश्व अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया गया। बाघों के संरक्षण और उनकी विलुप्त हो रहीं प्रजातियों को बचाने के लिए इस दिन को लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मानाया जाता है। दुनिया भर में 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरूआत 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग से हुई थी। जहां कई देशों ने बाघ को बचाने का वैश्विक लक्ष्य रखा था। बाघों को बचाने में भारत का भी बड़ा योगदान रहा है। आज दुनिया में सबसे ज्यादा टाइगर भारत में पाए जाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस पर, आइए हम इकोसिस्टम की रक्षा करने का संकल्प लें।
विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. रेणु सहगल ने बताया कि बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु है। भारत में बाघों की सबसे बड़ी आबादी मध्य प्रदेश में है, जहां इस समय 785 टाइगर हैं। इसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है जहां बाघों की संख्या 563 है। इस लिस्ट में चौथे नंबर पर उत्तराखंड है जहां 560 टाइगर हैं और पांचवे नंबर पर महाराष्ट्र है, जहां 444 टाइगर हैं । विश्व अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस को विशेष बनाने के लिए छात्रों ने क्ले मॉडलिंग गतिविधि के माध्यम से अपने अंदर के आर्टिस्ट को बाहर लाकर तरह-तरह की कलाकृक्तियाँ बनाई। इसका उद्देश्य बच्चों को ज्ञान के साथ-साथ कुछ क्रिएटिव सिखाना है।