Spread the love
50 Views

फेस वार्ता:- 

साइबर क्राइम थाना नोएडा, कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा किये गये सराहनीय कार्य।

पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशानुसार अपर पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर के निर्देशन में पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर व सहायक पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम के कुशल पर्यवेक्षण में समय समय पर स्कूल कॉलेज, मैट्रो बस स्टेशन, सोसायटी एवं शैक्षिण संस्थानो में समय-समय पर आम लोगों को जागरुक किया जा रहा है जिससे कि साइबर अपराध पर रोकथाम एवं उस पर अकुंश लगाया जा सके।

साइबर अपराधियों द्वारा वर्तमान में अधिकांश नोएडा क्षेत्र में रहने वाले शिक्षित लोगों को टेलीग्राम व व्हाटस्अप ग्रुप में जोडकर आनलाइन ट्रेडिंग, आनलाइन टास्क, शेयर ट्रेडिंग व यू-ट्यूब वीडियो लाइक आदि में पैसा निवेश कराकर धोखाधडी कर साइबर अपराध किया जा रहा है। विगत अक्टूबर वर्ष 2023 से अब तक थाना साइबर क्राइम पर आनलाइन ट्रेडिंग, आनलाइन टास्क, शेयर ट्रेडिग व यू-ट्यूब वीडियों लाइक आदि में पैसा निवेश कराकर धोखाधडी के 135, फेडेरक्स के 18, ओटीपी फ्रॉड के 18, आनलाइन गूगल के माध्यम से फर्जी सप्लायर बनकर धोखाधडी के 6, ओलएक्स फ्रॅाड व हैलो गैंग के 07, कम्पनी के डाटा, हैक के 04, जॉब फ्रॉड के 03 व अन्य 24 अभियोग पंजीकृत किये गये है। जिनमें साइबर अपराधियों द्वारा कुल 56,16,64,245 रुपयो की धोखाधडी की गयी जिसमें साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन द्वारा 6,47,73,967 रुपये फ्रीज कराया गया है। इस अवधि में साइबर पुलिस थाना द्वारा करीब 19 अभियुक्तों को सुसंगत धाराओ में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।

मुख्य सराहनीय कार्य निम्न प्रकार है-ः

1. साइबर क्राइम थाना गौतमबुद्धनगर द्वारा अज्ञात साइबर अपराधी द्वारा एलआईसी की पालिसी का प्रतिनिधि बनाकर बोनस के नाम पर वादीनी के साथ लगभग 75 लाख रुपये की धोखाधडी करने वाले गैग के अलग अलग 03 सदस्यों (बैक कर्मी सहित) को गिरफ्तार किये गये तथा 02 अदद मोबाइल (घटना में प्रयुक्त), 03 आधार कार्ड, 01 डी0एल0, 03 पैन कार्ड, 02 डेबिट कार्ड, 02 पासपोर्ट साइज फोटो बरामद किये गये।

2. थाना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करके शेयर ट्रैडिंग में मुनाफे के नाम पर लगभग 09 करोड़ रुपयों की ठगी करने वाले गैग के दो साइबर अपराधी गिरफ्तार किये गये तथा 21 चौक बुक, 25 चौक, 07 पासबुक, 01 क्यू आर कोड, (आईसीआईसीआई बैंक), 02 आधार क्यू आर कोड, 03 मोबाइल फोन, 01 टैबलेट, 01 लैपटॉप, 01 जीएसटी फार्म-एस0ई0 इन्वेस्टमेन्ट आवेदन की छायाप्रति, फ्रीज धनराशि 01 करोड़ 64 लाख (विभिन्न बैंक खातों में), 06 लाख 99 हजार रूपये की क्रिप्टो करेन्सी फ्रीज (विभिन्न प्लेट फार्म में ) बरामद किये गये।

3. पी0 एन0 बी0 बैंक से करोना काल के दौरान फर्जी पतों पर आधार कार्ड का प्रयोग कर कार्डलैस निकासी स्कीम के तहत ए0 टी0 एम0 मशीन मे गड़बड़ी कर 24 लाख 40 हजार रुपए व लैपस बीमा पोलोसी को चालू करवाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी करने वाले दो शातिर साइबर अपराधी खाताधारक नोएडा गौतमबुद्वनगर से गिरफ्तार किये गये।

 

*वर्तमान में ट्रेडिंग साइबर क्राइम/फाइनेंसियल फ्राड मुख्यतः इस प्रकार है।*

1. इनवेस्टमेंट फ्रॉड-इस समय 80 प्रतिशत से अधिक यह अपराध हो रहा है, इस प्रकार के अपराध में अज्ञात अपराधियों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न लोगों से संपर्क किया जाता है, फिर उन्हें लालच देकर उनसे इनवेस्टमेंट के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में रुपये ट्रांसफर करवाये जाते हैं। इसी में दूसरा तरीका यह भी होता है कि पीडित को कोई ऐप डाउनलोड करवाकर उसमें उसका एक अकाउंट ओपन किया जाता है, जिसमें पीडित को अपना रुपया बढ़ता हुआ दिखाई भी देता है, लेकिन जब उसमें से रुपये निकालने की कोशिश की जाती है, तो रुपये निकलते नहीं है।

इस प्रकार के अपराध में लोगों को टेलिग्राम ग्रुप में एड कर टिप्स देने के नाम पर खातों में या एप पर रुपये जमा कराये जाते हैं।

2. पार्ट टाइम जॉब फ्रॉड-इस प्रकार के अपराध में अज्ञात अपराधियों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न लोगों से संपर्क कर पार्ट टाइम जॉब ऑफर कर लालच देकर प्रीपेड जॉब दिया जाता है। जिसमें लोगों को व्हाट्सएप या टेलिग्राम ग्रुप में जोड़ कर यह दिखाया जाता है कि कैसे अन्य लोग कितना रुपया कमा रहे हैं, और प्रीपेड जॉब में ज्यादा रुपयों के लालच में लोग, उनके द्वारा दिये गये बैंक खातों में रुपये जमा कर देते हैं।

3.डिजिटल अरेस्ट- इस प्रकार के अपराध में पीडित से डायरेक्ट कॉल या मैसेज के माध्यम से मैसेज किया जाता है और उन्हे बताया जाता है कि वह सीबीआई या साइबर सेल, कस्टम डिपार्टमेंट आदि से बात कर रहे हैं, उनके नाम से एक पार्सल विदेश में भेजा जा रहा है, जिसमें अवैध सामग्री हैं। फिर उन्हे वीडियों कॉल पर कुछ लोग पुलिस वर्दी में भी दिखाये जा सकते हैं और फिर उन्हे धमकाया जाता है कि तुम और तुम्हारा परिवार जेल जा सकते हैं नहीं तो इतने रुपये देकर बच सकते हो और इस प्रकार से उनके बताये गये बैंक खातों में लोग रुपये जमा कर देते हैं। इसे मीडिया के द्वारा डिजिटल अरेस्ट का नाम भी दिया गया है।

4. एयरपोर्ट पार्सल/गिफ्ट फ्रॉड- इस प्रकार के अपराध में साइबर अपराधी द्वारा इंस्टाग्राम या फेसबुक के माध्यम से पीडित से मित्रता कर विदेश से गिफ्ट या मूल्यवान चीज (गोल्ड आदि) भेजेने के नाम पर एयरपोर्ट पर फर्जी जीएसटी या कस्टम ड्यूटी पर कार्यरत अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार होने के बाद पीडित को विश्वास मे लेकर फर्जी बैंक खातों मे कई बार में धनराशि जमा करा दी जाती है और धनराशि प्राप्त होने के बाद फिर अचानक से सभी मोबाइल बंद कर दिए जाते है।

5. सेक्सटार्सन- यह अपराध 02 प्रकार से किया जा रहा है, जिसमें या तो पीडित के पास डायरेक्ट वीडियों कॉल आती है, या पहले उससे दोस्ती की जाती है। अपोजिट जेंडर बन कर उसके बाद वीडियों कॉल करके पीडित को इंटीमेट कर उनका वीडियों रिकार्ड कर लिया जाता है और फिर ब्लेकमेल किया जाता है। या दूसरी तरफ कोई पोर्न वीडियों चलाकर स्क्रीन रिकार्ड कर ब्लेकमेल किया जाता है।

6.मेट्रिमोनियल फ्रॉड-इस प्रकार के अपराध में मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर फेक अकाउंट बनाकर या सोशल मीडिया पर दोस्ती करके अपोजिट जेंडर के व्यक्तियों को शादी का झांसा देकर उनसे रुपये मांग लिये जाते हैं।

7. लोन फ्रॉड- इस प्रकार के अपराध में वह लोग ज्यादा फंस रहे हैं जिन्हें लोन की जरूरत होती है, और वह ऑनलाइन लोन सर्च करते है या उन्हे सोशल मीडिया पर ऐसे लिंक मिल जाते हैं, जो तत्काल लोन आफर करते हैं। 8. सोशल इंजीनियरिंग-इसमें बहुत से ऐसे तरीके होते हैं जिसमें अपराधियों द्वारा लोगों को बेवकूफ बनाकर उनसे रुपये अपने बैंक खातों में जमा करवा लिये जाते हैं, जिसमें एक तरीका यह भी है कि कॉल करने वाला पूछता है, पहचाना ? और उसके बाद कॉल रिसीव करने वाला पीडित अपने आप किसी का नाम ले लेता है, आवाज के आधार पर और फिर उसे लगता है कि वह अपने परिचित से बात कर रहा है और फिर वह कोई इमेंरजेंसी दिखाकर या अन्य किसी भी प्रकार से पीडित से रुपयों की मांग कर लेता है।इनके अलावा भी बहुत से तरीको के अपराध हो रहे हैं, जैसे ओएलएक्स फ्रॉड, फेक कस्टमर केयर नम्बर फ्रॉड, फेक विज्ञापन फ्रॉड आदि।

पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर अपील करता है कि किसी अनजान व्यक्ति के झांसे में आकर या मोबाइल में आये किसी भी लिंक को ओपन न करे जिससे साइबर फ्रॉड से बचा जा सके।

पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर।

Loading