फेस वार्ता
नोएडा:- अभियान से आशा, दृढ़ संकल्प और एकजुटता की भावना हुई विकसित
– मैक्स हॉस्पिटल के सीनियर डायरेक्टर और एचओडी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. (प्रो.) मीनू वालिया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। – इससे पहले पिछले महीने एक प्रोमो रन आयोजित किया गया था और अगस्त में एक लॉन्च इवेंट आयोजित किया गया था। – हर साल अक्टूबर महीने में ‘ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह’ मनाया जाता है।
– 4 अलग-अलग स्पर्धा में 500 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।नोएडा, 8 अक्टूबर 2023: नोएडा की सड़कों पर आज लोगों का हुजूम देखने को मिला क्योंकि सैकड़ों उत्साही व्यक्ति, एथलीट और सपोर्टर इक्रिस फार्मा के बहुप्रतीक्षित “इक्रिस रन 2023” में भाग लेने के लिए एकत्र हुए। यह कार्यक्रम भारत में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इनोवेटर ड्रग एक्सेस फैसिलिटेटर ‘इक्रिस फार्मा नेटवर्क’ द्वारा नोएडा एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन और सत्व शिल्प के साथ आयोजित किया गया था। यह कार्यक्रम ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इस बीमारी के जल्दी डायग्नोसिस के महत्व को बढ़ावा देने में एक जबरदस्त सफलता हासिल हुई है।ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है जिससे दुनिया भर में अनगिनत लोगों की जान जाती है। भारत में भी इस बीमारी का प्रकोप बहुत ज्यादा है। ग्लोबोकॉन 2020 के एक अध्ययन के अनुसार, भारत में हर चार मिनट में एक महिला में ब्रेस्ट कैंसर का पता चलता है। हर साल लगभग 1,78,000 नए ब्रेस्ट कैंसर के केस का पता चलता है। ब्रेस्ट कैंसर का यह आंकड़ा सर्वाइकल कैंसर को पीछे छोड़ दिया है और अब ब्रेस्ट कैंसर भारतीय महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर बन गया है।लगभग 600 प्रतिभागियों ने चार अलग-अलग स्पर्धाओं में भाग लिया। इन स्पर्धाओं में 5 किलोमीटर की दौड़, 10 किलोमीटर की दौड़, 10 मील की दौड़ और 3 किलोमीटर की पैदल दूरी शामिल थी। 3 किमी की पैदल दूरी नॉन कम्पीटीटिव (गैर-प्रतिस्पर्धी) प्रतियोगिता थी। दौड़ के दौरान सटीक समय रिकॉर्ड करने के लिए सभी प्रतिभागियों को एक ई टैग दिया गया, दौड़ के समापन के दौरान धावकों को पदक और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। मैक्स हॉस्पिटल के सीनियर डायरेक्टर और एचओडी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. (प्रो.) मीनू वालिया ने दौड़ के बाद लोगों से चर्चा की। गौरतलब है कि डॉ वालिया भारत की पहली डीएनबी मेडिकल आंकोलॉजिस्ट हैं। डॉ. (प्रो.) मीनू वालिया ने इस दौरान बताया, “भारत जैसे देश में अनगिनत जिंदगियों को बचाने के लिए जरूरी है कि ब्रेस्ट कैंसर का डायग्नोसिस जल्दी हो। भारतीय आबादी बहुत ज्यादा है और आबादी में विविधता भी है इसका मतलब है कि किसी के पास हेल्थकेयर संसाधनों की पहुंच है तो किसी के पास नहीं है। कई व्यक्ति दूरदराज या कम हेल्थकेयर सर्विस वाले क्षेत्रों में रहते हैं। कैंसर का समय पर पता चलने से कम आक्रामक और ज्यादा प्रभावी इलाज के विकल्प मौजूद रहते हैं, जिससे मरीजों और उनके परिवारों पर शारीरिक, भावनात्मक और पैसे का बोझ कम हो जाता है। इसके अलावा शुरूआती स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान करके हेल्थकेयर सिस्टम संसाधनों को ज्यादा सही तरीके से और कम खर्च में प्रदान किया जा सकता है। इससे इलाज का परिणाम बेहतर देखने को मिलता है और मरीज के लम्बे समय तक जीवित रहने की सम्भावना रहती है। जल्दी डायग्नोसिस न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ाता है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर ब्रेस्ट कैंसर के सम्पूर्ण बोझ को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पिछले कुछ सालों मे ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा की गई है और हम भाग्यशाली हैं कि इक्रिस फार्मा ने इस बीमारी के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और कार्रवाई को प्रेरित करने का बीड़ा उठाया है।”इक्रिस फार्मा नेटवर्क जागरूकता फैलाने, सहायता प्रदान करने और ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाने के अपने मिशन के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इक्रिस ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता मैराथन 2023 की सफलता इस बात की पुष्टि करती है कि एकता और दृढ़ संकल्प से हम ब्रेस्ट कैंसर मुक्त भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। इक्रिस फार्मा नेटवर्क के सीईओ श्री प्रवीण सीकरी ने कहा, “हम इक्रिस रन के दौरान हमारे समाज द्वारा दिए अपार समर्थन और उत्साह से अभिभूत हैं। इस तरह के कार्यक्रम में लोगों की इस तरह की हिस्सेदारी इस बात का प्रमाण है कि जब हम एक साथ आते हैं, तो हम ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ लड़ाई में सार्थक प्रभाव डाल सकते हैं। हम इस मैराथन को जबरदस्त सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों, प्रायोजकों, स्वयंसेवकों और समर्थकों को धन्यवाद देते हैं।”ग्लोबल हेल्थकेयर पर स्थायी प्रभाव डालने के उद्देश्य से इस तरह की एक शक्तिशाली पहल के माध्यम से इक्रिस फार्मा नेटवर्क ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ लड़ाई में आशा की किरण के रूप में आगे बढ़ रहा है।