फेस वार्ता। बी बी शर्मा
ग्रेटर नोएडा:- लायड ग्रुप में ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘प्रारम्भ’ के माध्यम से नव प्रवेशित फार्मेसी के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाने के गुर सिखाये और 20 शिक्षको को रिसर्च एक्सेलन्स अवार्ड से नवाजा*ग्रेटर नोयडा के नॉलेज पार्क-2 स्थित लायड ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स ( फार्मेसी ) में बी० फार्मा प्रथम वर्ष में दाखिला लेने वाले सभी नए छात्रों के लिए दिनांक 7 अक्टूबर , 2023 को ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘प्रारम्भ’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रोफेसर रूप के० खार बी० एस0 अनंगपुरिया एजुकेशनल इंस्टिट्यूट (पूर्व डीन जामिया हमदर्द ) , गेस्ट ऑफ़ आनर डा० जय प्रकाश ,सीनियर साइंटिफिक अफसर ,इंडियन फार्मोकोपिया कमीशन मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फॅमिली वेलफेयर भारत सरकार, डा०उमा भंडारी, प्रोफेसर जामिया हमदर्द ,लायड ग्रुप के प्रेसिडेंट मनोहर थैरानी और लायड ग्रुप की समूह निदेशिका डा० वंदना अरोरा सेठी द्वारा दीप प्रज्व्लित करके किया गया I
इस अवसर पर देश के बहुप्रतिष्ठित दवा कम्पनियो के विशेषज्ञ राजेश अग्रवाल जी० एम० मोदी मुंडी फार्मा प्रा० लिमिटेड, मिस सुनीता नारंग, रेगुलेटरी कंसलटेंट, मिस नीतू मंगला, ग्लोबल रेगुलेटरी प्रोफेशनल जी० इ० हेल्थ केयर , सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, फैकल्टी और विद्यार्थी मौजूद थे I इस दौरान विद्यार्थियों ने जमकर कार्यक्रम का आनन्द उठाया I इस अवसर पर लॉयड इंस्टिट्यूट की ग्रुप डायरेक्टर वंदना अरोरा सेठी ने प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा “ज़िन्दगी में चार बड़े तूफ़ान आपके दिए (सपने) को बुझाने की कोशिश करेंगे I इनसे बचना बहुत ज़रूरी है I ये हैं निराशा, कुंठा,अन्याय और जीवन में कोई उद्देश्य ना होना I आप इनको टाल नहीं सकते, मानसून की तरह ये भी आपके जीवन में बार -बार आते रहेंगे Iआपको बस अपना रेनकोट तैयार रखना है ताकि आपके अन्दर कि चिंगारी बुझने ना पाए I” उन्होंने बच्चो को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि “फार्मा और उससे संबंधित उद्योगों का भविष्य उज्ज्वल है लेकिन चुनौतियां भी है।उन्होंने भारतीय फार्मा उद्योग का महत्व बताते हुए ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो की उस लाइन का उल्लेख किया” जिसमे कोविद वैक्सीन और हाइड्रोक्लोरोक्वीन को संजीवनी बूटी से तुलना करते हुए भारत का करोना के समय में सभी देशो की मदद के अंतराष्ट्रीय योगदान को सराहा था” ।विश्व स्तर पर काम करने की जरूरत है ताकि यह फार्मा उद्योग के लिए मददगार हो।”इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने जोर दिया कि छात्रों को अपने तकनीकी कौशल को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि “पहले भारतीय फार्मा इंडस्ट्री डिलिवरी पर फोकस करती रही है लेकिन अब इनोवेशन पर ध्यान दिया जा रहा है इसलिए स्पेशलिस्ट बनना और तकनीक पर पकड़ बनानी चाहिए।”इस मौके पर शैक्षणिक और अनुसंधान इको-सिस्टम को मजबूत करने और शिक्षकों को बेहतर शोध कार्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 20 शिक्षकों को ४० पेटेंट पब्लिश करने, ७० से ज्यादा एससीआई/स्कोपस रिसर्च पेपर के लिए “रिसर्च एक्सीलेंस अवॉर्ड “से नवाज़ा गया । जैसा कि परंपरा है, समारोह में नए छात्रों को फार्मासिस्टओथ (शपथ) दिलाई गयी और प्रथम वर्ष के छात्रों को लैब कोट सेरेमनी में सफेद कोट दिया गया । देश के बहुप्रतिष्ठित दवा कम्पनियो के विशेषज्ञों ने पैनल डिस्कशन ‘फार्मेसी स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाना’ में कहा कि “भारत दुनिया के 200 से अधिक देशों को दवाओं की आपूर्ति करता है। भारतीय फार्मा उद्योग वर्तमान में 49 बिलियन डॉलर का है और यह दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा फार्मा उद्योग है।भारतीय फार्मा उद्योग के 2030 तक 130 अरब डॉलर तक बढ़ने कि संभावना है |”इसलिए शुरू में जॉब में पैकेज नहीं देखना चाहिए जितना मौका मिले लर्निंग और तकनीक सीखने पर जोर देना चाहिए । कार्यक्रम का समापन ‘ जीपैट ‘ परीक्षा में हुनर और हौसले के दम पर अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए 14 विद्यार्थियों को ‘जीपैटअचीवर्स अवॉर्ड’ , जिसमें आठवें सेमेस्टर की रिया शर्मा 99.8 एनटीए स्कोर के साथ 130 ऑल इंडिया रैंकिंग इसके अतिरिक्त बाकी विद्यार्थी सचिन पटेल (99.4 परसेंटाइल ), मोहम्मद आकिल (99.36 परसेंटाइल ), इल्मा आलम (97.5 परसेंटाइल ), संदीप और नयना (97.3 परसेंटाइल), मोहम्मद जुनेद (96.6 परसेंटाइल), स्तुति गुप्ता (96.5 परसेंटाइल) आदि विद्यार्थियों को प्रदान किया गया ।स्वास्थ्य सेवाओं के परम्परागत पाठ्यक्रम में फार्मा का क्षेत्र विशिष्ठ होता जा रहा है| वर्तमान में तकनिकी का उपयोग और अनुसन्धान ने इसकी प्रसंगिगकता को ओर बढ़ा दिया है बदलते परिवेश में कोर्स की व्यवहारिकता को समझना और कौशलयुक्त युवाओ को तैयार करना लॉयड ग्रुप की प्रथम प्राथमिकता है और ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘प्रारम्भ’ इसका उदहारण है |