अनिल गर्ग (आई०ए०एस०) प्रमुख सचिव, कारागार, कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ, द्वारा जिला कारागार गौतमबुद्धनगर में निरीक्षण किया गया।
कारागार के मुख्य द्वार पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
ग्रेटर नोएडा कासना/ फेस वार्ता भारत भूषण : प्रमुख सचिव महोदय द्वारा प्रोमेटियस स्कूल नोएडा के चेयरमेन-संस्थापक श्री मुकेश शर्मा तथा स्कूल के छात्रो के सहयोग से कारागार मे उ0प्र0 कारागार की सर्वप्रथम डिजिटल लाइब्रेरी का उद्घाटन शारदा विश्वविद्यालय के कुलपति पी0के0गुप्ता के साथ मिलकर किया गया ।
यह उत्तर प्रदेश कारागारो की सर्वप्रथम डिजिटल लाइब्रेरी है जहाॅ बंदी कम्प्यूटर प्रोजेक्टर के माध्यम से न केवल किताबे पढ़ सकते अपितु मोटीवेशनल स्पीच, वीडियो, कंटेन्ट देख सकते और बना भी सकते है,यहाॅ पर बंदियो, अधिकारियो, कर्मचारियो की कार्यशाला भी आयोजित हो सकती है। इस बंदी लाईब्रेरी के लिए प्रामेटियस स्कूल के बच्चो और उनके अभिभावको ने भी पुस्तके भेंट की हैं अनिल गर्ग, प्रमुख सचिव द्वारा कारागार के बाग में शुरू किये गये मधुमक्खी पालन सेंटर का भी निरीक्षण किया गया जहाॅ कारागार के बंदियो द्वारा शहद का उत्पादन किया जा रहा है। आर्गेनिक र्फामिंग मे मधुमक्खी पालन से न केवल अतिक्ति आय ही अर्जित की जा सकती है, अपितु मधुमक्खी पालन से शाक सब्जियों में अधिक परागकण बेहतर गुणवत्ता-उत्पादन भी प्राप्त होता है। प्रमुख सचिव महोदय द्वारा उत्पादित आग्र्रेनिक शहद के विक्रय हेतु, ृजेल व्रांडिंग करने के निर्देश दिये गये। कारागार में बेहतर प्रवन्धन से अधिक उत्पादन कर इस वर्ष बैगन,मूली,पालक,शलजम,पत्ता गोभी, फूल गोभी, छह माह में ही जिला कारागार गाजियाबाद को 350 कुंतल से अधिक सब्जी गाजियाबाद जेल के बंदियो के उपयोग हेतु भेजी जा चुकी है। कारागार में संचालित कौशल विकास कार्यक्रमों नृत्य,गायन-वादन जैसे हाॅवी कोर्स की भी प्रशंसा की गई, और सिलाई केन्द्र में नई मशीने लगा कर सिलाई उद्योग को बढ़ावा देने के निर्देश दिये गये, जिससे ज्यादा से ज्यादा बंदियों का कौशल विकास हो सके और उनकी आय मंे भी वृद्धि हो सके।कारागार के बंदियो हेतु उच्चतर संस्थाएं जैसे शारदा विश्वविद्यालय-मेडिकल काॅलेज से सहयोग प्राप्त कर मेडिकल कैम्प आयोजित करने तथा विशेषज्ञ मनोचिकित्सकों ,द्वारा कारागार के बंदियो की कांउसिलिंग करा कर उन्हें तनाव मुक्त करने व सुधार पुनर्वास के लिए प्रेरित करने के भी निर्देश दिये गये।निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने जेल में चल रहे सुधारात्मक कार्यक्रमों की भी समीक्षा की, जिसमें शिक्षा, योग, कौशल विकास, और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित गतिविधियाँ शामिल हैं। उन्होंने जेल अधिकारियों को कैदियों के पुनर्वास के लिए समर्पित होकर काम करने की सलाह दी और जेल में कैदियों के अधिकारों का सम्मान बनाए रखने पर जोर दिया।निरीक्षण के समय जेल अधीक्षक बृजेश कुमार, राजीव कुमार सिंह कारापाल, व संजय कुमार शाही कारापाल एवं शिशिरकांत कुशवाहा, उपकारापाल, सुरजीत सिंह उपकारापाल, श्रीमती ज्ञानलता पाल उपकारापाल व श्रीमती मनोरमा सिंह उपकारापाल, रामप्रकाश शुक्ला उपकारपाल, मनोज कुमार उपकारपाल आदि उपस्थित रहे।