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 ग्रेटर नोएडा/फेस वार्ता भारत भूषण: राष्ट्रचिंतना की 24 वीं गोष्ठी gniot के सभागार में आयोजित की गई। राष्ट्रचिंतना की 24 वीं गोष्ठी विषय परिचय करवाते हुए प्रोफेसर विवेक कुमार ने कहा कि राष्ट्रवाद के प्रमुख संवाहक के रूप में अश्वनी उपाध्याय पी आई एल के एक्सपर्ट रूप में विख्यात हैं। अश्विनी उपाध्याय जी इंजीनियर है, जापानियों के संग मारुति में सेवा दे चुके हैं।

राष्ट्रचिंतना अध्यक्ष प्रोफेसर बलवंत सिंह राजपूत जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि धारा 370 उन्मूलन, राम मंदिर निर्माण, एक देश एक विधान भारतवर्ष की स्वतंत्रता के समय से ही स्वप्न रहे हैं। कुछ पूर्ण हुए, कुछ होने जा रहे हैं।अश्विनी उपाध्याय ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि समाज, परिवार में विचारों की एकरूपता आवश्यक है। इसी प्रकार एक देश, एक विधान परम आवश्यक है। बीमारी बढ़ रही है और दवा ना बदली तो मृत्यु निश्चित है। घटनाएं हर दिन हो रही हैं। उनकी पुनरावृति हो रही हैं। शिक्षा में संस्कारों की कमी का निराकरण और राष्ट्रप्रेम ही इसका समाधान है। सड़ी हुई मैकाले मिशनरी शिक्षा को बदलना पड़ेगा।गुरुकुल की तरह एक ही संपूर्ण भारतवर्ष की एकमात्र शिक्षा प्रणाली आवश्यक है।सनातनी गोत्र परंपरा जाति प्रथा,भेदभाव, क्षेत्रवाद का उन्मूलन का उपाय है। धार्मिक शिक्षा ऊंच नीच के उन्मूलन में सहायक है।भौतिक विकास के साथ, शारीरिक,चारित्रिक,नैतिक, आध्यात्मिक रूपी मौलिक विकास परम आवश्यक है।शिक्षा और नीति के नियंताओं ने अपने कर्तव्यों का पालन नहीं किया। समान अवसर नागरिकों को तभी प्राप्त होगा जब सम्पूर्ण भारत वर्ष में विद्यालयों में समान विषय हों। भारत की संस्कृति, संस्कार को खतरा मिशनरी शिक्षा, मदरसा से है। देश में समान विधान हो। समान शिक्षा हो।धर्मांतरण आज के समय में 50000 करोड़ रुपए का अनैतिक व्यवसाय बन गया है।मिशनरी,नक्सलवादी, देशद्रोही, यूट्यूबर ,नेताओं, उग्रवादियों की फंडिंग fcra कानून से हो रही है।

धर्मांतरण रोकने की चर्चा कभी भारतीय संसद में ईमानदारी से नहीं हुई। धर्मांतरण से बड़ा कोई देशद्रोह नहीं है।

मुगल और अंग्रेज इस्लाम और क्रिश्चियनिटी कोफैलाने ही आए थे। सत्ता और व्यवसाय तो उनका अनुपूरक ईनाम है।घुसपैठ का ही परिणाम है नोएडा में एक कालोनी पर पथराव कर बंधक बनाकर रखा। आपके ही घरेलू सहायक आपको मूत्र परोस रहे हैं।

चंद वोट के लिए घुसपैठ का समर्थन सबसे बड़ा देशद्रोह है।ड्रग जेहाद शिक्षण संस्थानों में पनप रहे हैं। नशा और अश्लीलता एक दूसरे के अनुपूरक हैं। नशे में नपुंसकता की दवा मिलाकर परिवार,समाज, देश को समाप्त कर रहे हैं।संसद देश की समस्याओं के निवारण के लिए सबसे बड़ा चिकित्सालय है। धर्म की जय के साथ अधर्म का नाश परम आवश्यक है।संयोजक नरेश गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में मीडिया प्रभारी डॉ नीरज कौशिक, अजय गुप्ता, राजेंद्र सोनी, श्री चन्द गुप्ता, सुरजीत, मेजर निशा, मेजर सुदर्शन, धर्म पाल भाटिया, आदि प्रबुद्धजन उपस्थित थे

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