ग्रेटर नोएडा भारत टेक्स 2025,12 से 15 फरवरी 2025; इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा गिरिराज सिंह, वस्त्र मंत्री, भारत सरकार ने दीप प्रज्वलित कर भारत टेक्स 2025 के द्वितीय संस्करण का उद्घाटन किया, कार्यक्रम के पैमाने और क्षेत्र के विकास और क्षमता की सराहना की कार्यक्रम की शोभा केंद्रीय विदेश और वस्त्र राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा और गौतमबुद्ध नगर से सांसद डॉ. महेश शर्मा ने बढ़ाई।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने कहा, “यह कार्यक्रम नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं, अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और उद्यमियों को एक साथ लाता है, जो भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत और इसके आधुनिक और साथ ही टिकाऊ विनिर्माण के गतिशील साक्ष्य के प्रति सामान जुनून से एकजुट हैं।
ग्रेटर नोएडा/फेस वार्ता: भारत-टेक्स 2025 का दूसरा संस्करण 12 से 15 फरवरी 2025 तक इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडा में और 14 से 17 फरवरी 2025 तक भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है, इंडिया एक्सपो एंड मार्ट लिमिटेड में मेले की शुरुआत आज भारत सरकार के माननीय कपड़ा मंत्री श्री गिरिराज सिंह द्वारा की गई।दीप प्रज्वलन और रिबन काटने के समारोह में केंद्रीय विदेश और वस्त्र राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा; गौतम बुद्ध नगर से सांसद डॉ. महेश शर्मा; कपड़ा सचिव श्रीमती नीलम शमी राव, वस्त्र मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव रोहित कंसल, वस्त्र मंत्रालय में व्यापार सलाहकार श्रीमती शुभ्रा, विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) श्रीमती अमृत राज, वस्त्र मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार श्रीमती मनीषा सेनशर्मा तथा भारत सरकार के अन्य गणमान्य अतिथियो की भी गरिमामयी उपस्तिथि रही ।
कार्यक्रम के अवसर पर दिलीप बैद, अध्यक्ष, ईपीसीएच; नरेन गोयनका, अध्यक्ष, भारत टेक्स 2025; बीटीटीएफ के सह-अध्यक्ष भद्रेश ढोडिया; सुधीर सेखरी, अध्यक्ष, एईपीसी: विजय कुमार अग्रवाल, अध्यक्ष, टेक्सप्रोसिल; डॉ. राकेश कुमार, महासचिव, भारत टेक्स 2025, अध्यक्ष, आईईएमएल और मुख्य संरक्षक की भूमिका में महानिदेशक, ईपीसीएच; नीरज खन्ना, सागर मेहता, उपाध्यक्ष-ईपीसीएच; ईपीसीएच के प्रशासन समिति सदस्य – ओ. पी. प्रहलादका, रवि के पासी, के एन तुलसी राव; अवधेश अग्रवाल, गिरीश कुमार अग्रवाल, प्रदीप मुछाला, श्रीमती जेस्मिना जेलियांग; आर. के. वर्मा, कार्यकारी निदेशक, ईपीसीएच एवं भारत-टेक्स व्यापार महासंघ के आयोजक सदस्य प्रतिनिधि भी उपस्थित रहें। सभा को संबोधित करते हुए, गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व को दोहराया तथा ‘अतिथि देवो भव’ की भावना को मूर्त रूप देते हुए मेले में आए सभी खरीदारों का सम्मानीय अतिथियों के रूप में गर्मजोशी से स्वागत किया। मंत्री ने भारत-टेक्स 2025 के आयोजकों को इस प्रथम वर्षगांठ समारोह को विश्व के सबसे बड़े वस्त्र व्यापार मेले में परिवर्तित करने के सफल प्रयास जिससे दुनिया भर से खरीदार आकर्षित हुए, की सराहना की । इस क्षेत्र से जुड़े उच्च लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, उन्होंने उद्योग जगत के प्रमुखों से विकास और निर्यात के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने का आग्रह किया। मंत्री ने प्रदर्शकों के साथ-साथ शिल्पकारों से भी बातचीत की, जिन्होंने लकड़ी की नक्काशी, टोकरी बनाने, धुरी बनाने आदि जैसे विभिन्न शिल्प कौशल का लाइव प्रदर्शन किया। उनकी विशेषज्ञता और प्रदर्शित उत्पादों की सराहना करते हुए, श्री गिरिराज सिंह जी ने ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ और इन उत्पादों की बाजार क्षमता पर जोर दिया। केंद्रीय विदेश और वस्त्र राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने कहा कि अपने प्रथम संस्करण की सफलता के बाद, यह संस्करण महत्वपूर्णता से बढ़ा है, जिसमें अधिक समावेशिता और स्थिरता के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता शामिल है। यह भारत की समृद्ध कारीगर विरासत का जश्न मनाते हुए पर्यावरण के अनुकूल वस्त्र और सम्बंधित उत्पादों और सेवाओं को प्रकाशित करता हैं। नवाचार, स्थिरता और वैश्विक सहयोग पर ध्यान देते हुए, यह भविष्य-संचालित वस्त्र उद्योग के लिए मंच स्थापित करता है।
गौतम बुद्ध नगर से माननीय सांसद डॉ. महेश शर्मा ने इस क्षेत्र की दूरदर्शी वृद्धि और गतिशीलता की प्रशंसा की, जहाँ ‘भव्यता नवाचार से मिलती है।’ उन्होंने तीन दशक पहले ही इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट की संकल्पना करने के लिए डॉ. राकेश कुमार की भी सराहना की, जो वैश्विक आयोजनों को संभव बनाने में एक मील का पत्थर बनता है। उन्होंने न केवल व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला, बल्कि इस से इस क्षेत्र में बुनियादी ढाँचे के विकास के लिए माहौल तैयार होने को भी प्रकाशित किया, जो खासकर एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डे के साथ होगा जो यूपी के जेवर में खुलने वाला है। श्रीमती नीलम शमी राव, वस्त्र सचिव, भारत सरकार ने सभी गणमान्य व्यक्तियों, प्रदर्शकों और खरीदारों का स्वागत करते हुए भारत टेक्स 2025 के माध्यम से संपूर्ण वस्त्र मूल्य श्रृंखला की छाया के उपलक्ष्य में उपस्थिति पर प्रमुखता से रोशनी डाली – जो दिल्ली एनसीआर में दो भव्य स्थलों पर आयोजित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सभी हितधारकों से प्रभावी प्रतिक्रिया के माध्यम से कार्यक्रम निश्चित रूप से ‘तेज़-उच्च-प्रबल’ बनेगा। रोहित कंसल, अतिरिक्त सचिव, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार ने बताया कि भारत टेक्स का यह द्वितीय संस्करण किस तरह उल्लेखनीय था क्योंकि इसने उद्योग की तीन प्रमुख शाखाओं – गारमेंट टेक्नोलॉजी एक्सपो 2025 (जीटीई), डाईकेम वर्ल्ड 2025 और इंडिया सोर्सिंग कॉन्क्लेव 2025 को अपने छाया के नीचे लाया। उन्होंने कहा कि अब वैश्विक स्तर पर भारत टेक्स वस्त्रों के लिए एक ‘गो टू प्लेस’, वन स्टॉप शॉप बन जाएगा। ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने बताया, “हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद के इस शो में 600 प्रतिभागी हैं, जिनमें भारत मंडपम, प्रगति मैदान के 60 निर्यातक भी शामिल हैं। ये ईपीसीएच के सदस्य हैं और अग्रणी निर्माता निर्यातक हैं जिन्होंने दुनिया भर में वव्यापार संबंध स्थापित किए हैं। उनके बनाये हुए उत्पाद थोक विक्रेताओं, आयातकों, खुदरा विक्रेताओं आदि के माध्यम से 100 से अधिक देशों के स्टोर शेल्फ तक पहुंचता है। इसके अलावा, 160 जीआई उत्पादक, 36 पारंपरिक खिलौना निर्माता, 100 कारीगर, स्टार्ट-अप शोकेस में 44 युवा डिजाइनर और उद्योग की वृद्धि और विकास में योगदान देने वाली 5 संस्थाएं हैं।भारत टेक्स 2025 के महासचिव, आईईएमएल के अध्यक्ष और ईपीसीएच के मुख्य संरक्षक कि भूमिका में महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने कहा, “मैं भारत की समृद्ध विरासत को उजागर करने वाले इस प्रतिष्ठित वैश्विक वस्त्र कार्यक्रम के आयोजन, मार्गदर्शन और समर्थन के लिए वस्त्र मंत्रालय को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं और सराहना करता हूं। भारत टेक्स की छत्रछाया में सहायक खंड शो – गारमेंट टेक्नोलॉजी एक्सपो (जीटीई) और डाईकेम वर्ल्ड को साथ लाना इस शो को अधिक समग्र और समावेशी बनाता है। हमारा मिशन रचनात्मकता, शिल्प कौशल और वाणिज्य को सहजता से मिलाना है, और एक जीवंत चित्रयवनिका को एक साथ बुनना है जो भारतीय वस्त्रों के सार को दर्शाता है। अटूट प्रतिबद्धता के साथ, हम इस प्रदर्शनी के भीतर एक गतिशील तालमेल को बढ़ावा देने का प्रयास करते हैं, कपड़ा उद्योग के आर्थिक विकास को आगे बढ़ाते हुए सांस्कृतिक समृद्धि का जश्न मनाते हैं।ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने कहा, “यह कार्यक्रम नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं, अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और उद्यमियों को एक साथ लाता है, जो भारत की समृद्ध कपड़ा विरासत और इसके आधुनिक और साथ ही टिकाऊ विनिर्माण के गतिशील साक्ष्य के प्रति सामान जुनून से एकजुट हैं। सूचना साझा करने के मंच के रूप में, इस कार्यक्रम में गुणवत्ता मापदंडों में ईएसजी पर इंटरैक्टिव सत्र होंगे; सीमा पार व्यापार वित्तपोषण; रसद और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के साथ-साथ अगले दिनों में व्यापार के लिए डिजाइन रणनीतियों पर एक पैनल चर्चा होगी।उन्होंने आगे कहा, “बाइंग एंड सोर्सिंग कंसल्टेंट्स ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित दूसरे इंडिया सोर्सिंग कॉन्क्लेव 2025 में अच्छी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। भारत टेक्स 2025 – हस्तशिल्प में गारमेंट टेक्नोलॉजी एक्सपो 2025 और डाईकेम वर्ल्ड 2025 सहित समवर्ती कार्यक्रम भी शामिल हैं।भारत टेक्स 2025-हस्तशिल्प, भारत टेक्स व्यापार महासंघ (बीटीटीएफ) द्वारा आयोजित और भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा समर्थित प्रतिष्ठित वैश्विक वस्त्र कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 12 वस्त्र निर्यात संवर्धन परिषदों के संघ द्वारा आयोजित और वस्त्र मंत्रालय द्वारा समर्थित यह मेगा इवेंट संपूर्ण भारतीय वस्त्र मूल्य श्रृंखला को प्रदर्शित करता है। ईपीसीएच देश से दुनिया के विभिन्न गंतव्यों में हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प वस्तुओं और सेवाओं के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की छवि पेश करने के लिए एक नोडल संस्थान है। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर. के. वर्मा ने बताया कि वर्ष 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 32,758.80 करोड़ रुपये (3,956.46 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ, जो पिछले वर्ष के मुकाबले रुपये के संदर्भ में 9.13% और डॉलर के संदर्भ में 6.11% वृद्धि हुई । हस्तशिल्प का निर्यात चालू वित्त वर्ष 2024-25 के शुरुआती दस महीनों, यानी अप्रैल से जनवरी, के दौरान 27,087.70 करोड़ रुपये (3,220.07 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में रुपये के संदर्भ में 8.66% और डॉलर के संदर्भ में 6.89% की वृद्धि हुई।