Spread the love
9 Views

हस्तशिल्प प्रदर्शनी आर्टिफैक्ट्स-2025 में शानदार संगीत प्रदर्शन और आगंतुकों की उच्च भागीदारी की विशेषताएँ

जोधपुर/फेस वार्ता भारत भूषण (आर्टेफैक्ट्स)-2025 के तीसरे दिन भी बड़ी संख्या में आगंतुक आए, जिसमें जोधपुर की पारंपरिक कलात्मकता और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया गया। दिन का मुख्य आकर्षण एक मनमोहक संगीत प्रदर्शन था, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और एक्सपो के जीवंत माहौल में चार चांद लगा दिए।
के. के. विश्नोई, माननीय उद्योग एवं वाणिज्य, खेल एवं युवा मामले, कौशल एवं रोजगार एवं उद्यमिता तथा नीति निर्माण मंत्री, राजस्थान सरकार ने बताया कि “मैं जोधपुर में हस्तशिल्प एक्सपो (आर्टेफैक्ट्स)-2025 में हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के जीवंत प्रदर्शन को देखकर प्रसन्न हूं।“ हस्तशिल्प पृष्ठभूमि से आने वाले माननीय मंत्री ने पिछले तीन दशकों में जोधपुर से हस्तशिल्प के विकास की यात्रा को साझा किया। उन्होंने इस आयोजन को शानदार सफलता बनाने के लिए एक साथ आए कारीगरों, आयोजकों और प्रदर्शकों की सराहना की।

ईपीसीएच के चेयरमैन दिलीप बैद ने बताया कि यह एक्सपो न केवल प्रतिभा का प्रदर्शन है, बल्कि हमारे कारीगरों की दृढ़ता और रचनात्मकता का भी प्रमाण है। इस तरह के आयोजन राजस्थान की सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थिति की पुष्टि करते हैं। यह एक्सपो इन निर्यात-गुणवत्ता वाले उत्पादों को घरेलू बाजार में लाने की दिशा में एक कदम है, जिससे व्यापक दर्शक वर्ग हस्तशिल्प निर्माताओं के कौशल और समर्पण की सराहना कर सकेगा।
ईपीसीएच के सीओए के सदस्य श्री हंसराज बहेती ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से आए आगंतुकों ने एक्सपो में आकर प्रदर्शन पर मौजूद बेहतरीन हस्तशिल्प की सराहना की। इस आयोजन ने निर्माताओं को अपनी अनूठी कृतियों को प्रदर्शित करने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान किया, जिसमें सुंदर नक्काशीदार लकड़ी के टुकड़ों से लेकर जटिल धातु और चमड़े की कलाकृतियाँ शामिल हैं। कई उपस्थित लोग प्रदर्शकों के साथ बातचीत करते हुए देखे गए, जो इन हस्तशिल्पों के पीछे की रचनात्मक प्रक्रियाओं के बारे में अधिक जानने के लिए उत्सुक थे।
प्रमुख सदस्य निर्यातक निर्मल भंडारी ने कहा कि हम अपने सम्मानित अतिथियों और सरकारी गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति से अभिभूत हैं, जिनमें सत्यपाल शर्मा, जिला न्यायाधीश, जोधपुर, सूर्यप्रकाश शर्मा, जिला न्यायाधीश, जोधपुर, सुनील जय सिंह, आरएसआरटीसी, जोधपुर, पूरन शर्मा, जैसलमेर और कई अन्य लोग शामिल थे। उन्होंने प्रदर्शकों से बातचीत की और प्रदर्शन पर उत्पादों की उत्कृष्ट रेंज के लिए उनकी सराहना की। इसके अलावा, एक्सपो में लोकप्रिय स्थानीय बैंड, निनाद द्वारा एक उल्लेखनीय संगीत प्रदर्शन के साथ आगंतुकों का मनोरंजन किया गया।
ईपीसीएच देश से हस्तशिल्पों के निर्यात को बढ़ावा देने और देश के विभिन्न शिल्प समूहों में होम, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल, फर्नीचर, और फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज उत्पादों को बनाने में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाने की एक नोडल संस्थान है। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि साल 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 32,759 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में रुपये के संदर्भ में 9.13% और डॉलर के संदर्भ में 6.11% की वृद्धि को हुई और साल 2023-24 में जोधपुर से वुडवेयर का निर्यात 8038.17 करोड़ रुपये का है जो कुल हस्तशिल्प निर्यात का 28.19% है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *