Spread the love
36 Views

नोएडा। फेस वार्ता:- अक्टूबर 28, 2023 एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ ट्रैवेल एंड टूरिस्म द्वारा फ्रांस के सेंट मैरी डे चावाग्नेंस कान्स के पर्यटन प्रबंधन के स्नातक और स्नातकोत्तर 45 छात्रों हेतु छह दिवसीय ( 27 अक्टूबर से 01 नवंबर) तक एमिटी इंडिया इर्मशन प्रोग्राम का आयोजन किया जा रहा है। इस एमिटी इंडिया इर्मशन प्रोग्राम का शुभारंभ फ्रांस के सेंट मैरी डे चावाग्नेंस कान्स के समूह निदेशक प्रो क्रिस्टोफ मार्टिन, इंटरनेशनल टूरिस्म स्टडीज एसोसिएशन की वाइस चेयर डा वानेसा जीबी, फ्रांस के सेंट मैरी डे चावाग्नेंस कान्स की अध्यक्ष प्रो नथाली रिचर्डियर, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, विवा वोयाजेस के निदेशक श्री विकास खंडूरी और एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म के डीन डा एम सजनानी द्वारा किया गया।

इस एमिटी इंडिया इर्मशन प्रोग्राम के प्रतिभागी स्मारकों और पर्यटन स्थलों के माध्यम से भारतीय पर्यटन, पर्यटन व्यवसाय प्रथाओं, पर्यटन उद्योग और भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करेगें।फ्रांस के सेंट मैरी डे चावाग्नेंस कान्स के समूह निदेशक प्रो क्रिस्टोफ मार्टिन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आपको आज इस कार्यक्रम के माध्यम से सीखने का जो अवसर मिल रहा है वह आपके व्यवसायिक जीवन में सहायक होगा। जीवन में लोगों से मिलना और संस्कृतियों को जानना नये विश्व में एक मजबूत रिश्तों का निर्माण करता है। पर्यटन, देशों व व्यक्तियों के मध्य रिश्तों को बनाने का एक बेहतरीन माध्यम है जो विश्व में शांती, सद्भाव व प्रेम को व्याप्त करता है। एमिटी और हम एक जैसे मूल्यों को साझा करते है इसलिए इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति व व्यवसायो ंको अधिक से अधिक जाने और यहां प्राप्त अवसरों को समझ कर अपने कौशल को विकसित करें।इंटरनेशनल टूरिस्म स्टडीज एसोसिएशन की वाइस चेयर डा वानेसा जीबी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि एमिटी इंडिया इर्मशन प्रोग्राम एक बहुत ही महत्वपूर्ण मंच है जहंा आपको कक्षा में विशेषज्ञों और पर्यटन स्थलों सहित उद्योगों में प्रयोगिक जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्राप्त होगा। आज हम कक्षा की दीवारों से बाहर निकल कर लोगों से मिलकर अन्य संस्कृतियों व उद्योगों को समझने की दिशा में आगे बढ़ रहे है जो हमें सही मायने में वैश्विक नागरिक बना रहा है।फ्रांस के सेंट मैरी डे चावाग्नेंस कान्स की अध्यक्ष प्रो नथाली रिचर्डियर ने कहा कि यह प्रोग्राम जरीए छात्रों के ज्ञान व कौशल में वृद्धि होगी जिससे भविष्य में अपने व्यवसायिक जीवन में सफलता हासिल करेगें। पर्यटन एक बृहद क्षेत्र है जिसमें अन्य देशों की संस्कृतियों आदि की जानकारी होना आवश्यक है।एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि यह एमिटी इंडिया इर्मशन कार्यक्रम आपको भारतीय संस्कृती एंव संभ्यता, यहां के रहन सहन, खान पान, औद्योगिकरण, शिक्षण, अनुसंधान आदि को समझने का अवसर प्रदान करेगा। यह वैश्विक अनावरण आपके कौशल और ज्ञान को विकसित करेगा जिससे आप अपने समग्र व्यक्तित्व का विकास करने में सक्षम होगें और स्थितियों और परिदृश्यों को अपनाकर भविष्य के लिए तैयार होगें। डा शुक्ला ने फ्रांस के सभी छात्रों को एमिटी आकर किसी भी पाठयक्रम में शिक्षा ग्रहण करने पर 50 प्रतिशत छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा भी की। इस दौरान उन्होनें भारत की नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को भारत में प्राप्त होने वाले अवसरों की जानकारी भी दी।विवा वोयाजेस के निदेशक श्री विकास खंडूरी ने छात्रों को कहा कि विजेता सदैव पहल करते है और विजेता वही बनते है जो अपनी सुविधा क्षेत्रों से बाहर निकल कर कुछ नया करते है। आप छात्रों ने यह कदम उठाया है और नये कौशल और जानकारी हासिल करने भारत आये है इसलिए आप जीवन में अवश्य सफल होगे। भारत, आने वाले समय में पर्यटन विशेषकर व्यापार पर्यटन का मुख्य केन्द्र होगा।एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पीटैलिटी एंड टूरिस्म के डीन डा एम सजनानी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस एमिटी इंडिया इर्मशन प्रोग्राम के अंर्तगत फ्रांस के सेंट मैरी डे चावाग्नेंस कान्स के पर्यटन प्रबंधन के स्नातक और स्नातकोत्तर 45 छात्रों ने हिस्सा लिया है जिसमें 37 बालिकायें और 08 बालक है और इसके अतिरिक्त 04 शिक्षक भी इनके साथ है। इस कार्यक्रम में अग्रणी उद्योग पेेशेवर प्रतिभागियों को संबोधित करेंगे और भाग लेने छात्रों हेतु मदरसन एयर ट्रैवेल एजेंसीज लिमिटेड, ले पैसेज टू इंडिया, एबरक्रॉम्बी और कैंट जैसी प्रसिद्ध कंपनियों में उद्योग यात्रा आयोजित की जायेगी और दिल्ली एनसीआर सहित ताजमहल जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी आयोजित किया गया है।इस अवसर पर एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ ट्रैवेल एंड टूरिस्म की एसोसिएट प्रोफेसर डा अलका महेश्वरी आदि लोग उपस्थित थे।

Loading