ग्रेटर नोएडा । फेस वार्ता 21-दिसंबर-2023
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ एनजी रवि कुमार ने अंसल गोल्फ लिंक के निवासियों से कहा है कि जिन लोगों ने बायलॉज का उल्लंघन नहीं किया है और वे कोई व्यावसायिक गतिविधि भी नहीं कर रहे हैं, उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है। अगर प्राधिकरण से उनको नोटिस जारी हो गया है तो उसे वापस ले लिया जाएगा, लेकिन जिन लोगों ने निर्माण करने में बायलॉज का उल्लंघन किया है या व्यावसायिक गतिविधि कर रहे हैं, उनको बख्षा नहीं जाएगा। प्राधिकरण ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। सीलिंग के विरोध में बृहस्पतिवार को प्राधिकरण दफ्तर आए अंसल गोल्फ लिंक के निवासियों से मुलाकात के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने यह बात कही।
दरअसल, अंसल गोल्फ लिंक को 1997-98 में फ्री होल्ड जमीन आवंटित हुई है। इसमें करीब 600 आवंटी हैं। इन भूखंडों पर निर्माण के लिए प्राधिकरण के नियोजन विभाग से मैप स्वीकृत किया गया है, लेकिन कई निवासियों ने इन भूखंडों पर स्वीकृत मैप के हिसाब से निर्माण नहीं कर रखा है। बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर रखा है। कई ऐसे भी आवंटी हैं, जो होटल-पीजी जैसी कई अन्य व्यावसायिक गतिविधि भी कर रहे हैं, जो कि गलत है। प्राधिकरण को सूचना मिली तो सर्वे कराया गया, जिसमें 88 भूखंडों पर गलत निर्माण या फिर व्यावसायिक गतिविधि पाई गई। प्राधिकरण की तरफ से इन आवंटियों को नोटिस जारी किए गए। नोटिस के बाद हाल ही में प्राधिकरण ने 29 भवनों को सील कर दिया है, जिसके विरोध में अंसल गोल्फ लिंक के निवासी बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ से मिले। उन्होंने सीलिंग खुलवाने की अपील की। सीईओ ने स्पष्ट किया कि अवैध निर्माण और व्यावसायिक गतिविधि को बंद करते हुए शपथपत्र देना होगा कि भविष्य में ऐसी गड़बड़ी नहीं की जाएगी तभी सीलिंग हटाई जाएगी। सीईओ ने यह भी साफ किया कि अगर किसी व्यक्ति ने अवैध निर्माण या कोई व्यावसायिक गतिविधि नहीं कर रखा है और फिर भी नोटिस जारी हो गई है तो उनको घबराने की जरूरत नहीं है, उनकी नोटिस वापस ले ली जाएगी। बैठक में यह भी शिकायत मिली कि जिन भूखंडों पर नया निर्माण हो रहा है, उनमें भी नियमों की अवहेलना की जा रही है, जिस पर सीईओ ने अपने अधीनस्थों को अवैध निर्माण तत्काल ध्वस्त करने के निर्देश दिए। इस बैठक के दौरान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आशुतोष द्विवेदी, जीएम नियोजन लीनू सहगल समेत कई वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।