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फेस वार्ता:-

ग्रेटर नोएडा:- एक कहानीकार का उद्देश्य हमें यह बताना नहीं है कि कैसे सोचना है, बल्कि हमें सोचने के लिए प्रेरित करना है।” ‘श्रवण और पठन कौशल’ को बढ़ावा देने के लिए, जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में एक ‘कहानी- वाचन’ सत्र आयोजित किया गया। सत्र की मेज़बान श्रीमती इंदु पुंज थीं। वे कहानियों के माध्यम से पढ़ाती हैं और पढ़ने – पढ़ाने का आनंद बढ़ाती हैं।

उनका मानना है कि ‘कहानी – वाचन कौशल’ ने इस तथ्य को उजागर किया है कि कहानी सुनाना, लोगों के बीच एक साझा अनुभव है जिसमें दर्शक भी कहानीकार के समान ही सक्रिय भागीदार होते हैं। जिस तरह से उन्होंने कहानियाँ सुनाईं, उनकी अनूठी कला ने कक्षा III-VII के बच्चों को उनकी कहानियों की ओर आकर्षित किया, जिससे वे मंत्रमुग्ध हो गए और इस गतिविधि में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। छात्र कहानी को ध्यान से सुनते हुए, उसकी नाटकीय गतिविधियों, आवाज में उतार चढ़ाव और कहानी कहने के लय की मूल बातों से अवगत हुए। उन्होंने ‘शब्द- जाल’ की एक गतिविधि भी शुरू की, जिसमें छात्रों ने कहानी से नए शब्द सीखे। ‘संचार कौशल’ विकसित करना और उनकी कल्पना के दायरे को विस्तृत करना कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था। कुल मिलाकर, यह सीखने का एक बेहतरीन अनुभव था, जिसका बच्चों ने भरपूर आनंद लिया। इस पूरी कार्यशाला में छात्रों की सहभागिता देखकर हमारी प्रधानाध्यापिका ने भूरी- भूरी प्रशंसा की।

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