फेस वार्ता। बी बी शर्मा
दूसरे दिनऑटम 2023 में 56वें आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ऑटम और दिल्ली फेयर- फर्नीचर का आयोजन12– 16 अक्टूबर, 2023; इंडिया एक्सपो सेंटर, ग्रेटर नोएडामेले को मिली सराहना, दूसरे दिन जानकारियों से भरपूर नॉलेज सेमिनारऔर बिजनेस नेटवर्किंग का आयोजन चेयरमैन जी. के. पिल्लई के नेतृत्व में आरओडीटीईपी कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया3000+ प्रदर्शक, 14 डिस्प्ले खंड, 100+ देशों से पूर्व पंजीकृक खरीदार, क्षेत्रीय शिल्प और नॉलेज सेमिनारग्रेटर नोएडा/दिल्ली एनसीआ – 13 अक्टूबर 2023 – ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के इंडिया एक्सपो सेंटर ऐंड मार्ट में 12 से 16 अक्टूबर 2023 तक आयोजित किए जा रहे 56वें आईएचजीएफ दिल्ली फेयर- ऑटम और दिल्ली फेयर फर्नीचर 2023 का दूसरा दिन कई देशों से यहां बिजनेस नेटवर्किंग करने पहुंचे खरीदारों की वजह से काफी व्यस्त रहा I उन्होंने यहां प्रदर्शित नई रेंज की काफी सराहना की और कुछ ने तो अपने ऑर्डर को भी अंतिम रूप दे दिया Iईपीसीएच के अध्यक्ष श्री दिलीप बैद ने कहा, “हमारे कुछ खरीदार भारत के हस्तनिर्मित उत्पादों की गुणवत्ता और विविधता की तारीफ कर रहे हैं तो कुछ भारतीय बिजनेस व्यवस्था की सराहना की I” तमारा ब्रायंट, अमेरिका से एक नियमित खरीदार हैं जो यहां डेकोर, दैनिक उपयोग और फर्नीचर के उत्पादों को खरीदने आती हैं I वे कहती हैं, “मैं पिछले 18 साल से भारत में बिजनेस कर रही हूं और मेरे पास भारतीय विक्रेताओं में आई प्रगति को देखने के खुद का प्रत्यक्ष अनुभव है I
पिछले एक दशक के दौरान भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता और विविधता में बढ़ोतरी हुई है I उत्पादों के निर्माता इन्हें बनाने की शुरुआत से लेकर इसे निर्यात करने तक पूरी प्रक्रिया का खास ख्याल रखते हैंI” एक अन्य खरीदार ऑस्ट्रेलिया की सुजैन ने कॉटन और प्रिंट के साथ आकर्षक और आरामदायक प्राकृतिक डाइ किए सिल्कों की अपनी रुचि साझा की I उन्होंने आगे कहा, “ऑस्ट्रेलिया बेहतरीन लचीलेपन वाले अच्छे क्वालिटी के उत्पादों को पसंद करते हैं. इसलिए मैं एक्सक्लूसिव चीजों के लिए हूं, मैं बहुत बड़े पैमाने पर उत्पादों को नहीं खरीद रही.”ईसीपीएच के कार्यकारी निदेशक श्री आर के वर्मा ने बताया कि आज का दिन आरओडीटीईपी समिति के चेयरमैन श्री जी. के. पिल्लई; वित्त मंत्रालय के आरओडीटीईपी समिति के सदस्य श्री गौतम रे; के साथ वित्त मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के दौरे की वजह से खास था I उन्होंने विभिन्न शिल्प समूहों की विभिन्न उत्पाद श्रेणियों के स्टालों का दौरा किया I इसके बाद, आरओडीटीईपी के चेयरमैन ने निर्यातकों के साथ बातचीत की और सदस्य निर्यातकों के बीच उचित डेटा प्रारूपों के माध्यम से प्रस्तुत किए जाने वाले इनपुट के आधार पर ड्यूटी में छूट पर विचार करने की बात कही I ईपीसीएच निर्यात उत्पादों पर इन शुल्कों को हटाने, उन्हें लागत-प्रतिस्पर्धी बनाने और वैश्विक बाजार में उनके लिए समान अवसर बनाने के लिए संबंधित सरकारी विभागों में प्रतिनिधित्व कर रहा है Iइस मामले पर आज हुई बैठक में ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद; नरेश बोथरा, अध्यक्ष, आईएचजीएफ दिल्ली मेला ऑटम’23/फर्नीचर मेला’23, ओ.पी. प्रह्लादका, राज कुमार मल्होत्रा, श्री अवदेश अग्रवाल, श्री हंसराज बाहेती, श्री गिरीश अग्रवाल, हेमंत जुनेजा, रजत अस्थाना, के.एल. रमेश, प्रशासन समिति के सदस्य – ईपीसीएच, राजेंद्र गुप्ता प्रमुख सदस्य निर्यातक और अन्य प्रमुख सदस्य निर्यातक शामिल रहे Iमेले का दौरा राजेंद्र अग्रवाल, सांसद-मेरठ और मानवेंद्र सिंह आईएएस, डीएम-मुरादाबाद ने भी किया।आईएचजीएफ दिल्ली फेयर ऑटम’23/फर्नीचर फेयर’23 के अध्यक्ष नरेश बोथरा ने बताया कि आज विशेषज्ञों के साथ सेमिनार आयोजित किए गए जिसमें सदस्य निर्यातकों और उनके कर्मियों ने भाग लिया I ग्लोबल सप्लाईचेन, इंटरनेशनल शिपिंग और इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशंस पर वरिष्ठ विशेषज्ञ के साथ आपूर्ति श्रृंखलाओं को अनुकूलित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मल्टी-मोडल परिवहन का लाभ उठाने पर सेमिनार मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स समाधानों के माध्यम से कार्गो की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता पर था; सही इन्कोटर्म का उचित इस्तेमाल; समुद्री माल प्रबंधन; मल्टी-मॉडल परिवहन में लागत कारकों का विश्लेषण करना; और सप्लाई चेन को समझना. एक और सेमिनार कल के सौंदर्य को अपनाने, भविष्य के डेकोर और फर्नीचर ट्रेंड पर अमेरिकी फैशन फोरकास्ट एजेंसी के वक्ता और जर्मनी के सलाहकार के द्वारा आयोजित किया गया. इसमें दी गई जानकारियों उपस्थित लोगों के लिए बेहतरीन उदाहरण और बहुत ज्ञानवर्धक थे Iईपीसीएच दुनिया भर के देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और होम, लाइफस्टाइल, कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है. ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने सूचित किया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30,019.24 करोड़ रुपये (3728.47 मिलियन डॉलर) रहा I