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 “जीवन में सफलता पाने के लिए धैर्य, स्थिरता और शांतिपूर्ण मानसिक स्थिति आवश्यक है”- जया किशोरी

 देश के एजुकेशन सिस्टम में बदलाव की जरूरत : सोनू शर्मा

युवाओं को वो स्किल्स सिखानी जरूरी हैं जिससे उन्हें न सिर्फ नौकरी मिल सके बल्कि वो अपना खुद का बिजनेस भी शुरू कर सकें: सोनू शर्मा”

 ग्रेटर नोएडा। फेस वार्ता: 

दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में स्थित देश की नामचीन मैनेजमेंट संस्था जीएनआईओटी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, जीआईएमएस द्वारा शहर के इंडिया एक्सपो मार्ट सेंटर में पीजीडीएम कोर्स में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आज ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संस्था के चैयरमैन डॉ राजेश कुमार गुप्ता, वाइस चेयरमैन गौरव गुप्ता, गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी पवन कुमार, एसीपी रामकिशन तिवारी, डीसीपी अशोक कुमार , संस्था के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह, संस्था के निदेशक भूपेंद्र सोम, संस्था के कॉरपोरेट मेंटर एवं प्रख्यात टीसीएस कंपनी के मैनेजर आशीष कुमार आदि लोगों ने दीप प्रज्वलित एवं मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया ।

तत्पश्चात गणेश वंदना के साथ आज के इस ऐतिहासिक ओरिएंटेशन कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हुई। इस कार्यक्रम में विश्वप्रसिद्ध प्रेरक एवं आध्यात्मिक वक्ता और जीवन कोच मिस जया किशोरी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रही। जया किशोरी एक भारतीय संगीतकार और आध्यात्मिक वक्ता हैं, जो अपनी प्रेरक बातों और धार्मिक एल्बमों के लिए जानी जाती हैं। उन्हें ‘किशोरी’, ‘आधुनिक युग की मीरा’ के नाम से भी जाना जाता है ।https://youtube.com/shorts/ji10femRlFc?si=DrvppHwx_W8WQOF5

जया किशोरी  ने अपने अमूर्त बातों से कई लोगों के जीवन को प्रभावित किया और बदल दिया. इन्होंने न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में उनके प्रेरक भाषणों और देवताओं की कथा के लिए उनका अनुसरण किया जाता है. जया किशोरी ने बहुत कम उम्र में सार्वजनिक भाषण देना शुरू कर दिया था. जया किशोरी एक बेहतरीन गायिका भी हैं जो बहुत अच्छा गाती हैं. जया उन किशोर आध्यात्मिक वक्ताओं में से एक हैं जिनका दुनिया भर में लाखों लोग अनुसरण करते हैं. ‘शिव स्तोत्र’, ‘मेरे कान्हा की’, ‘श्याम थारो खाटू प्यारो’ आदि उनके लोकप्रिय एल्बमों में से हैं। इस कार्यक्रम में उपस्थित नवप्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जय किशोरी ने सर्वप्रथम जीवन में सफलता पाने के लिए धैर्य, स्थिरता और शांतिपूर्ण मानसिक स्थिति आवश्यक है जैसे बातों पर जोर देते हुए उपस्थित समूह से इस बात पर अमल करने की अपील की। उन्होंने समस्त विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए संस्था के समस्त सदस्यों का इस तरह के भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया की जीएनआईओटी इंस्टीटयूट ऑफ मेनेजमेंट स्टडीज के द्वारा अपने संस्था में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए समय समय पर इस तरह के मोटिवेशनल स्पीकर को बुला कर इस तरह का आयोजन कराना अति प्रशंसनीय है जिसका समस्त विद्यार्थियों के जीवन में अहम योगदान है।

वहीं विश्वविख्यात मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा भी अतिविशिष्ट वक्ता के रूप में आज के इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। सोनू शर्मा का नाम विश्व के कुछ चुनिंदा मोटिवेशनल स्पीकर्स में शामिल होता है। सोनू शर्मा जी ने अपनी मोटिवेशनल बातों और उत्साह से लाखों लोगो की जिंदगी बदलने का काम किया है। आज के समय में यूट्यूब और दूसरे सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म पर सोनू शर्मा के चाहने वालो की संख्या करोड़ों में हैं। देश के युवाओं के दिलों में काफी समय से मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा राज कर रहे हैं। इनके बोलने की कला और संघर्ष की कहानियों ने उन्हें आज पूरे देश भर के युवाओं और बच्चों का चहेता बना दिया है। आज के इस कार्यक्रम के दौरान नवप्रवेशित विद्यार्थियों से बातचीत में सोनू शर्मा ने अपनी जिंदगी के कई अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि आज की युवा पीढ़ी हमसे ज्यादा समझदार है और वो देश के निर्माण में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है। सोनू शर्मा ने अपने शुरुआती दौर का जिक्र करते हुए कहा “हम लोगों को अपने जीवन में बैलेंस बनाना नहीं आता था। अगर हम खेलते थे तो पूरा दिन सिर्फ खेल रहे होते थे और जब काम करते थे तो पूरा दिन सिर्फ काम करते थे। लेकिन आज की युवा पीढ़ी में ये बदलाव नजर आ रहा है। अब युवाओं ने जीवन में बैलेंस बनाना सीख लिया है। आज के इस युग में टेक्नोलॉजी के आने के बाद से हमारी युवा पीढ़ी और मजबूत और संसाधन युक्त हो गई है। अब वो लोग काम और मनोरंजन दोनो एक साथ कर पा रहे हैं जबकि हमारे वक्त ऐसा नहीं था।” उन्होंने टेक्नोलॉजी को आज के दौर के लिए एक वरदान बताया और कहा की “टेक्नोलॉजी के आने से अब सफलता के परिमाप बदल चुके हैं।” भारत की शिक्षा व्यव्स्था पर बात करते हुए उन्होंने कहा ” भारत को अब अपनी शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाने की सख्त जरूरत है। युवाओं को वो स्किल्स सिखानी जरूरी हैं जिससे उन्हें न सिर्फ नौकरी मिल सके बल्कि वो अपना खुद का बिजनेस भी शुरू कर सकें।” उन्होंने कहा कि आज के दौर में विद्यार्थियों को जो शिक्षा स्कूल में दी जा रही है वो बाहरी जीवन में काम नहीं आती और जो बाहरी दुनिया में काम आती है वो स्कूल में सिखाई नही जाती। सोनू शर्मा ने उपस्थित विद्यार्थियों को सलाह देते हुए कहा कि आप सब अभी युवा हैं और आप सब युवाओं को अपने पसंद के क्षेत्र में कम उम्र से ही काम करना शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने कहा अभी तक के अनुभव से हमने यही सीखा है की किसी भी काम में तरक्की करने के लिए आपको लगभग पांच से सात साल लगाने पड़ते हैं। ऐसे में बेहतर यही है की आप जितनी जल्दी हो सके शुरुआत करें। उन्होंने युवाओं को काम के साथ साथ पढ़ाई करने की सलाह दी। उनका कहना था की पढ़ाई और सीखना तो एक ऐसी प्रक्रिया है जो जीवन भर चलती है और इसे आप काम के साथ साथ कर सकते हैं।

उपस्थित विद्याथियों से देश के युवाओं, उनके सपनों और माता पिता से उनके संबध पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सोनू शर्मा ने कहा, ”युवाओं में जोश और उत्साह बहुत होता है लेकिन ऐसे में वो अक्सर होश खो बैठते हैं, ये होश अनुभव से ही आता है। प्रत्येक युवा जो अपने जीवन में कुछ पाने के लिए संघर्ष कर रहा है उसे अपने से बड़ों का सम्मान करना चहिए, अपने मां बाप के अनुभव की इज्जत करनी चहिए। बिना धैर्य के जीवन में कुछ भी नही मिल पाता।” अपने जोश में यदि वो अनुभव भी जोड़ देंगे तो उन्हें सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकता।”

वहीं संस्था द्वारा आयोजित आज के इस कार्यक्रम में भारतीय सेना के अनुभवी, रक्षा विश्लेषक और रिपब्लिक टीवी में रणनीतिक मामलों के सलाहकार संपादक, रक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध एवं विश्वप्रसिद्ध चाणक्य फोरम के एडिटर इन चीफ मेजर गौरव आर्य भी मौजूद रहे। मेजर गौरव आर्य (सेवानिवृत्त) एक भारतीय सेना के अनुभवी, लेखक और सार्वजनिक वक्ता हैं, जिनके पास भारतीय सेना, शीर्ष बहुराष्ट्रीय कंपनियों, मीडिया, परामर्श और सार्वजनिक भाषण सहित उनतीस वर्षों का अनुभव है।मेजर गौरव आर्या चाणक्य फोरम के संस्थापक हैं, जो भूराजनीति, राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेशी मामलों पर एक डिजिटल पत्रिका है। वह बेहद लोकप्रिय सम्मेलन द चाणक्य डायलॉग्स के मेजबान भी हैं। मेजर आर्य रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क में वरिष्ठ परामर्श संपादक (रणनीतिक मामले) भी हैं। उनका मानना है कि भारतीय सेना की शिक्षाएं वास्तव में बहुत शक्तिशाली और कार्यात्मक प्रबंधन उपकरण हैं, लेकिन कॉर्पोरेट क्षेत्र में प्रासंगिक होने के लिए उनकी सटीक व्याख्या की आवश्यकता है। 2017 में मीडिया में शामिल होने से पहले, 17 वर्षों तक कॉर्पोरेट क्षेत्र में काम करने के बाद, वह यही लेकर आते हैं। एक सार्वजनिक वक्ता के रूप में, वह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कॉर्पोरेट कार्यक्रमों और संस्थागत कार्यक्रमों में भी बोलते हैं। के कार्यक्रम में इन्होंने नेतृत्व, प्रेरणा, टीम निर्माण, रणनीतिक मामलों, राष्ट्रीय सुरक्षा, क्षमता निर्माण और बहुत कुछ के बारे में उपस्थित विद्याथियों से विस्तारपूर्वक चर्चा किया।जीएनआईओटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया की ओरियंटेशन कार्यक्रम का विद्यार्थियों के जीवन में एक अहम रोल होता है तथा इस पल को विद्याथियों के जीवन में यादगार बनाने के लिए संस्था हमेशा प्रयासरत रहती है और इसी के तहत इस तरह के विश्वप्रसिद्ध वक्ताओं को संस्था द्वारा आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया को जीएनआईओटी समूह शिक्षा के क्षेत्र में सन २००१ से कार्य कर रहा है तथा विगत २४ वर्षों में संस्था द्वारा कई तरह के आयाम स्थापित किया गया है। अभी हाल में ही इस समूह के इंजीनियरिंग कॉलेज को राष्ट्रीय स्तर पर ग्रेडिंग करने वाली संस्था नैक द्वारा ए+ ग्रेडिंग से नवाजा गया है। वर्तमान में संस्था में देश के २२ राज्यों के विद्यार्थी अध्यनरत है।

जीआईएमएस संस्था के सीईओ स्वदेश कुमार सिंह ने बताया की संस्था में पीजीडीएम के सत्र २०२४-२६ के लिए नवप्रवेषित विद्यार्थियों के लिए इस तरह के भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया की इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नवप्रवेशित विद्यार्थियों को एक अज्ञात परिसर के माहौल, उसके संकायों और बुनियादी ढांचे से परिचित कराना है। यह उन्हें पढ़ाई के साथ आवश्यक संबंध बनाने और अन्य साथियों के बीच नेटवर्क विकसित करने में सक्षम बनाता है। ओरिएंटेशन कार्यक्रम का लक्ष्य विद्यार्थियों को संस्थान के नियमों और शैक्षणिक मानकों से परिचित कराना, छात्रों को उनके सहपाठियों से परिचित कराना और अन्य संस्थागत सदस्यों के बारे में सीखना है जो विद्यार्थियों को सफल होने में मदद करेंगे। संस्था के कॉरपोरेट मेंटर एवं टीसीएस कंपनी के मैनेजर आशीष कुमार ने कॉरपोरेट जगत की चुनौतियों और उसके समाधान की विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए भविष्य में संस्था द्वारा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के क्षेत्र में पूर्ण सहयोग की बात की। संस्था के निदेशक डॉ भूपेंद्र सोम ने बताया की आज इस कार्यक्रम के साथ ओरियंटेशन सप्ताह की शुरुआत होगी जिसमें भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में देश के नामचीन कॉरपोरेट जगत के एक्सपर्ट्स को आमंत्रित किया गया है जो नवप्रवेशित विद्यार्थियों से रूबरू होंगे। संस्था के आउटरीच विभाग के समूह प्रमुख पंकज कुमार एवम पीजीडीएम आउटरीच प्रमुख रंजन अभिषेक ने बताया की आज के इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम में नवप्रवेशित विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों से मैनेजमेंट शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले बड़ी संख्या में शिक्षक भी शामिल हुए और इस दौरान समस्त शिक्षकों को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन संस्था की डीन ओएसडबल्यू डॉ शालिनी शर्मा और प्रोफसर सिल्की गौर ने किया एवं आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के डीन डॉ यामिनी पांडे, प्रोफेसर मुदित तोमर, प्रोफेसर निशांत सिंह, ऑपरेशन प्रमुख विमल सिंह, डिजिटल प्रमुख हृषव रवि समेत समस्त फैकल्टी एवं स्टाफ का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।

 

 

 

 

 

 

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