पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद डा0महेश शर्मा का बाबा गुरू द्रोणाचार्य मंदिर प्रांगण में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम संपन्न।
अखिलेश यादव सरकार से जेंवर एयरपोर्ट बचा कर लाए थेः डा0 महेश शर्मा
जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह जेवर एयरपोर्ट को एक उपलब्धि पहले से ही मानते चले आ रहे हैं।
फेस वार्ता
ग्रेटर नोएडा:- जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह जेवर एयरपोर्ट को एक उपलब्धि पहले से ही मानते चले आ रहे हैं। वर्ष 2017 में जिस प्रकार यूपी में भाजपा की सरकार बनी और ठाकुर धीरेंद्र सिंह जेवर के विधायक बने कई अन्य विकास परियोजनाओं के साथ ही जेवर एयरपोर्ट परियोजना को भी धरातल पर उतरवानें में जुटे रहे। कई बार किसानों ने जमीन देने तक से इंकार कर दिया तो जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह गांव गांव और गली गली खाक छानते हुए नजर आए और किसानों को जेवर एयरपोर्ट के लिए मनाने में कामयाब भी हो गए। यह बात सच भी है कि जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह जितनी शिद्दत के साथ एयरपोर्ट परियोजना को मूर्त रूप दिलवाने में दौड भाग करते हुए नजर बाए अब यह प्रोजेक्ट शिलान्यास की बेला तक भी आ पहुंचा है और जल्द ही पीएम और सीएम इसका भूमि पूजन और शिलान्यास करने जा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री व गौतमबुद्धनगर सासंद डा0 महेश शर्मा की भी जेवर एयरपोर्ट के निमार्ण में खास भूमिका रही हैं। वर्ष 2014 में जब डा0 महेश शर्मा गौतमबुद्धनगर के सासंद बने तब से ही वे जेवर में एयरपोर्ट बनाने की पूरजोर मांग उठाते चले आ रहे हैं। वर्ष 2017 तक यपी में अखिलेश यादव सरकार रही। सपा सरकार में जेवर एयरपोर्ट परियोजना की फाइल न केवल ठंडे बस्ते में डाल दी गई
बल्कि एयरपोर्ट को जेवर से हटा कर मथुरा आदि स्थानों पर ले जाने की बात खूब चर्चा मे रही। गौतमबुद्धनगर सांसद उस समय केंद्र में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रहे। डा0 महेश शर्मा ने जेवर एयरपोर्ट के बावत तत्कालीन उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की और जेवर एयरपोर्ट को जेवर में ही बनवाने की बात पर सहमति करवा ली। सपा सरकार के रहते हुए जेवर एयरपोर्ट परियोजना कोई गति तो नही पकड पाई, मगर सासंद डा0 महेश शर्मा जेवर एयरपोर्ट की पैरवी में लगे रहे। वर्ष 2017 में जेंवर को विधायक के रूप में ठाकुर धीरेंद्र सिंह का नेतृत्व मिला।
ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने यूपी सीएम को पत्र लिख कर जेवर एयरपोर्ट परियोजना को गति दिलाए जाने की मांग की और फिर तो जेवर एयरपोर्ट परियोजना गति पकडते हुए ही चली गई। उधर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में डा0 महेश शर्मा सासंद तो बन गए मगर केंद्र सरकार में मंत्रालय से महरूम रह गए। यह भी किसी से छिपा नही है कि एयरपोर्ट से संबंधित कागजी औपचारिकताओं और स्थलीय निरीक्षण आदि के दौरान जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह दिखाई देते रहे मगर अफरशाही सासंद डा0 महेश शर्मा की एक तरह से उपेक्षा ही करती हुई दिखाई देती रही।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व गौतमबुद्धनगर सासंद डा0 महेश शर्मा ने दनकौर कसबे में रविवार को कहा कि जेंवर एयरपोर्ट के लिए उन्होंने अपने कार्यकाल में रात दिन एक किए थे और यही कारण रहा कि जेवर एयरपोर्ट अब जेवर में ही बनने जा रहा है। उन्हांंने कहा कि किस तरह से वह इस एयरपोर्ट को अखिलेश यादव सरकार से बचा कर लाए थे। उन्होंने कहा कि कई बार यह जेवर एयरपोर्ट दूसरी जगह अलवर राजस्थान और इटावा आदि पर जाने की बात के बीच झूलता रहा मगर आज यह एयरपोर्ट जेवर में ही निर्मित होने जा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व गौतमबुद्धनगर सांसद डा0 महेश शर्मा रविवार को बाबा गुरू द्रोणाचार्य मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यकर्ता संवाद में बोल रहे थे। श्री द्रोणाचार्य मंदिर परिसर में पुरातत्व विभाग द्वारा सौंदयकृत तालाब और विकास कार्यो के बीच उत्पन्न हुई रस्साकशी पर उन्होंने कहा कि पुरातत्व विभाग से बात कर जल्दी मामले को सुलझाया जाएगा और साथ ही कसबे की इन सड़कों को भी जल्द ही यमुना अथॉरिटी द्वारा बनवाया जाएगा। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि सोनू वर्मा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व सासंद डा0 महेश शर्मा को बताया कि पुरातत्व विभाग के द्वारा लोगों को नोटिस देकर परेशान किया जा रहा है, मंदिर में भी कार्य को रुकवा दिया है। वहीं पूर्व सांसद प्रतिनिधि पंडित पंकज कौशिक ने मंच का संचालन करते हुए दनकौर कस्बे के विभिन्न समस्याएं सांसद के सामने रखी। दनकौर बिजली घर से यमुना एक्सप्रेसवे तक सर्विस रोड और द्रोण गौशाला से यमुना एक्सप्रेसवे तक सर्विस रोड निर्माण के लिए भी पूर्व केंंद्रीय मंत्री को व सासंद को अवगत कराया गया। इसके बाद सासंद डा0 महेश शर्मा जेवर विधानसभा के आच्छेपुर चांदपुर में एक ही परिवार के 6 लोगों की मृत्यु होने पर शोकाकुल परिवार को शोक संवेदना करने पहुंचे।