नीट परीक्षा में ओबीसी विद्यार्थियों को आरक्षण न देने के विरोध में राष्ट्रपति को मांग पत्र राष्ट्रपति भवन में सौंपा।

फेस वार्ता

दिल्ली: एडवोकेट चाँद राम विश्वकर्मा के नेतृत्व में मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा में ओबीसी विद्यार्थियों को आरक्षण न देने के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र राष्ट्रपति भवन में सौंपा।

मेडिकल में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा में ओबीसी विद्यार्थियों को आरक्षण न देने के विरोध में और
सुप्रीम कोर्ट में याचिका नंबर 596 (2015) सलोनी कुमारी vs DGHS के केस का एक माह में निपटारे हेतु दिल्ली के एडवोकेट चाँद राम विश्वकर्मा के नेतृत्व में अधिवक्ताओ ने राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र राष्ट्रपति भवन में सौंपा।

एडवोकेट चाँद राम विश्वकर्मा ने बताया की बीजेपी शाषित केंद्र सरकार ने नीट परीक्षा से ओबीसी के आरक्षण को खत्म कर दिया है। बीजेपी सरकार पिछड़े वर्ग के छात्रों को सीधे-सीधे उच्च शिक्षा से वंचित करने का काम कर रही है। बीजेपी सरकार नहीं चाहती कि देश के गरीब व पिछड़ा वर्ग उच्च शिक्षा हासिल करें। 11 हजार से अधिक उम्मीदवारों को परीक्षा से सीधे वंचित कर दिया गया है। नीट से ओबीसी के आरक्षण को खत्म कर बीजेपी सरकार सामाजिक न्याय का गला घोंटने का काम की है।

राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र के ज्ञापन में एडवोकेट चाँद राम विश्वकर्मा के साथ एडवोकेट अरविंद सिंह, पुनीत तोमर, सुरजीत सिंह लाटी, बी.के.शर्मा, राहुल सिंह, विजय सिंह, गजेंद्र सिंह, भूपेन्द्र सिंह, संतीश पांचाल सम्मिलित हुए।

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