प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनआईईटी ग्रेटर नोएडा में ट्वायकैथॉन-2021 ग्रैंड फ़िनाले के प्रतिभागियों से किया संवाद।
“आत्मनिर्भर भारत अभियान” और “वोकल फॉर लोकल” से भारतीय संस्कृति आधारित खिलौनों की वैश्विक बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने की अपील की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वायकैथॉन-2021 के नोडल सेंटर एनआईईटी ग्रेटर नोएडा में ट्वायकैथॉन-2021 ग्रैंड फ़िनाले के प्रतिभागियों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 24 जून 2021 को संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए “आत्मनिर्भर भारत अभियान” के अंतर्गत ट्वायकैथॉन-2021 का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्देश्य भारतीय सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, मूल्यों, प्रौद्योगिकी, महत्त्वपूर्ण घटनाओं, भारतीय महापुरुषों तथा भारतीय पौराणिक कथाओं के आधार पर खिलौनों तथा खेलों की संकल्पनाओं का सृजन एवं विकास करना है। इस अवसर पर श्री संजय धोत्रे, शिक्षा राज्य मंत्री, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार तथा एआईसीटीई के चेयरमैन प्रो अनिल सहस्रबुद्धे भी इस संवाद में सम्मिलित रहे।
इस अवसर पर डॉ मनोज कुमार तिवारी, रीजनल ऑफिसर एनआरओ-एआईसीटीई तथा एआईसीटीई-आईआईसी के सदस्य एनआईईटी कैंपस में उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के छात्रों के साथ संवाद को यूट्यूब के माध्यम से पूर्व निर्धारित समय पर लाइव प्रसारित किया गया।
पूरे देश से लगभग 1.2 लाख प्रतिभागियों ने टॉयकैथॉन 2021 के लिए 17,000 से अधिक विचारों को पंजीकृत और प्रस्तुत किया, जिनमें से 1,567 विचारों को 22 जून से 24 जून तक आयोजित होने वाले टॉयकैथॉन2021 ग्रैंड फिनाले के लिए चयनित किया गया था। एनआईईटी ग्रेटर नोएडा नोडल सेंटर में 16 टीमों ने भाग लिया।
माननीय प्रधानमंत्री के खिलौना उद्योग में ‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर देते हुए, शिक्षा मंत्रालय ने मल्टी-ट्रैक राष्ट्रव्यापी अंतर-मंत्रालयी टॉयकैथॉन का विचार रखा। टॉयकैथॉन 2021 भारत को खिलौनों के आइडिया और उत्पादन का केंद्र बनाने के उद्देश्य से किया गया एक प्रयास है।
प्रधान मंत्री ने एनआईईटी ग्रेटर नोएडा नोडल सेंटर में प्रतिभाग कर रही टीम “मेकर्सक्लान”, ट्रैक 3 स्टार्टअप, डिजिटल संस्करण एल3 (शिक्षा) के साथ बातचीत की। इनकी कंपनी का नाम सृजा म्यहम इन्नोवेशन प्राइवेट लिमिटेड है। टीम के सदस्य विवेक बानरा, टीम लीडर (संस्थापक – स्टार्टअप) और आईआईटी कानपुर पीएचडी छात्र अभिनव बसक और नीरज सिंह, स्टार्ट-अप के संस्थापक ने रसायन विज्ञान विषय को रोचक ढंग से पढ़ने के लिए एक बोर्ड गेम की परिकल्पना प्रस्तुत की। यह गेम रसायन विज्ञान विषय को सीखने में आसान और मजेदार बना देगा। उनके अभिनव विचार की प्रस्तुति पर, पीएम मोदी जी ने उनसे पूछा कि क्या खेल में वैज्ञानिकों द्वारा उपलब्धियां और नवाचार शामिल हैं, जिस पर टीम ने जवाब दिया कि उन्होंने नियम पुस्तिका में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए आविष्कारों के सभी विवरणों को शामिल किया है।
प्रधानमंत्री ने “मेकर्सक्लान” टीम को एक ऐसा अभिनव गेम बोर्ड बनाने के लिए बधाई दी जो निश्चित रूप से रसायन विज्ञान जैसे विषय को इतना रोचक और आसान बना देगा। उन्होंने टीम को इस परियोजना पर आगे काम करने और खेल में मानचित्र पढ़ने की सुविधा का उपयोग करने का सुझाव दिया जो सेना और नौसेना के क्षेत्र में प्रशिक्षण मॉड्यूल के दौरान फायदेमंद साबित हो सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार बच्चों के लिए परिवार ही उनकी पहली पाठशाला होता है उसी प्रकार खिलौने उनके सबसे पहली किताबें और दोस्तों के तरह ही होते हैं, जिनके माध्यम से वह सीखने की शुरुआत करते हैं। इस दिशा में हमारे भारतीय संस्कृति आधारित खिलौने और खेल न केवल उनको भारत के स्वर्णिम गौरव से रूबरू करायेंगे बल्कि उनके अंदर सीखने की इच्छा को और अधिक प्रबल करेंगे जिससे भारत की सशक्त भावी पीढ़ी के निर्माण निश्चित ही संभव होगा।
माननीय प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से आत्मनिर्भर बनने और खिलौनों और डिजिटल गेमिंग की दुनिया में स्थानीय समाधान लाने की भी अपील की।
एनआईईटी के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री रमन बत्रा ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का एनआईईटी कैंपस में छात्रों के साथ संवाद किया जाना बड़े गौरव और सम्मान का विषय है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का इस प्रकार छात्रों के साथ संवाद किया जाना निश्चित ही छात्रों का उत्साहवर्धन करेगा और इन यह युवा मस्तिष्कों को अपने अनुभवों एवं विचारों को मूर्त रूप में परिवर्तित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। श्री रमन बत्रा ने कहा कि एक ऑटोनामस संस्थान के रूप में, हमने उद्यमिता विषय पर जोर दिया है और निश्चित रूप से ऐसे आयोजनों की मेजबानी करना जारी रखेंगे जो निश्चित रूप से हमारे युवा मस्तिष्कों को नया करने और नए विचारों के साथ आगे आने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
डॉ मनोज कुमार तिवारी, रीजनल ऑफिसर एनआरओ-एआईसीटीई ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल युवाओं को खिलौना उद्योग को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया है बल्कि जिस तरह से प्रतिभागियों ने खेलों और खिलौनों में भारतीय विरासत को शामिल करने का प्रयास किया है वह तारीफ के काबिल है।
एनआईईटी ग्रेटर नोएडा इससे पहले तीन बार स्मार्ट इंडिया हैकैथॉन को नोडल सेंटर के रूप में आयोजित कर चुका है तथा एक बार पुनः एमआईसी/एआईसीटीई के द्वारा ट्वायकैथॉन-2021 के डिजिटल एडिशन के ग्रैंड फिनाले के लिए चयनित किया गया है जोकि 22 से 24 जून 2021 में आयोजित किया जा रहा है। एनआईईटी नोडल सेंटर पर पूरे देश से 16 टीम प्रतिभाग कर रही हैं जो कि ट्वायकैथॉन-2021की चार विभिन्न थीम से संबंधित हैं। भारत सरकार द्वारा घरेलू खिलौना उद्योग को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से ट्वायकैथॉन-2021 आयोजित किया जा रहा है। ट्वायकैथॉन-2021 के विजेताओं को 50लाख रु तक की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी। एनआईईटी ग्रेटर नोएडा नोडल सेंटर पर नोडल सेंटर स्पोक प्रो प्रवीण पचौरी, मीडिया कोर्डिनेटर हर्ष अवस्थी, नोडल सेंटर कोर्डिनेटर मयंकदीप खरे, आईटी कोर्डिनेटर डॉ प्रियंका चंदानी, राहुल शर्मा, हर्षवर्धन मिश्रा एवं राहुल शर्मा का ट्वायकैथॉन-2021 के सफल आयोजन में योगदान रहा।
भारतीय खिलौना उद्योग में पीएम मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर देते हुए, शिक्षा मंत्रालय ने मल्टी-ट्रैक राष्ट्रव्यापी अंतर-मंत्रालयी ट्वायकैथॉन की संकल्पना की। ट्वायकैथॉन-2021 का आयोजन भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से पांच अन्य मंत्रालयों के समन्वय से किया जा रहा है जिसमे महिला और बाल विकास मंत्रालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, और कपड़ा मंत्रालय शामिल हैं। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद में शिक्षा मंत्रालय का इनोवेशन सेल ट्वायकैथॉन-2021 के आयोजन के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है।