तूफान अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ गया |

भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों में यास तूफान के कारण चारों ओर बादल छाया दिन में ही रात जैसी स्थिति बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद यास तूफान आगे बढ़ गया है लेकिन ये तूफान अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ गया है। बंगाल और ओडिशा में तूफान की वजह से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा, शंकरपुर, मंदारमनी दक्षिण 24 परगना जिले के बाद बकखाली सागर फ्रेजरगंज आदि जगहों से लेकर पूरे बंगाल में लोगों के घर इस तूफान से उजड़ गए हैं। बांध टूट गए जिन्हें ठीक करवाया जा रहा है। यहां बुधवार को 130-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 28 और 29 मई को हेलिकॉप्टर से तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी।

यास तूफान ने बुधवार रात 1 बजे के करीब पश्चिमी सिंहभूम से झारखंड में प्रवेश किया। इस समय हवा की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे थी। तूफान के कारण रांची सहित झारखंड के 21 जिलों में 24 घंटे से बारिश जारी है। जमशेदपुर और धनबाद में तेज हवाएं चलने से कई पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। इससे गांवों में अंधेरा छाया रहा।

मौसम विभाग ने 28 मई तक पूरे राज्य में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। तूफान गुरुवार सुबह 5:30 बजे दक्षिणी झारखंड पहुंचकर कमजोर हुआ और डीप डिप्रेशन में तब्दील होना शुरू हो गया। यहां से तूफान उत्तर की तरफ बढ़ रहा है। ये धीरे-धीरे कमजोर होता जाएगा। तूफान के कारण बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। यास तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे ओडिशा के भद्रक जिले से टकराया था।

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