ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 500 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल अति शीघ्र शुरू किया जाए:-एडवोकेट रविद्र भाटी
गौतबुद्धनगर( फेस वार्ता)
जिला गौतम बुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में गांवों में कोरोना संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है जिसमें करोना संक्रमण के फैलने से और उचित समय पर सही इलाज ऑक्सीजन ,बेड व वेंटिलेटर की कमी से बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है पिछले 11 दिन से अकेले जलालपुर में ही दो सगे भाइयों समेत 20 लोगों की जान जा चुकी है छपरौला में 50 लोगों की खैरपुर में 25 लोगों की सादुल्लापुर में 16 तुस्याना में 7 दुजाना में 17 कैलाशपुर में 4, लगभग सभी गांवों की यही स्थिति है हजारों संक्रमित लोग अपने घर में होम आइसोलेशन में हैं
स्थिति को देखते हुए एडवोकेट रविद्र भाटी
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय गुर्जर परिषद
राष्ट्रीय कोर कमेटी आजाद समाज पार्टी ने मांग कर
नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण जिला गौतम बुद्ध नगर को अवगत कराया है कि-
आपसे प्रमुख मांगे यह है कि
1 . ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 500 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल अति शीघ्र शुरू किया जाए
2.जो लोग घर पर आइसोलेट हैं उनको घर पर ही कोविड किट और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएं
- स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गांवों में टेस्टिंग शुरू कराई जाए
4.प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी जिसको कोविड हॉस्पिटल में एडमिशन नहीं मिले उनको प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज किया जाए अभी तक मुख्यमंत्री जी के आदेश का पालन एक भी प्राइवेट अस्पताल ने नहीं किया है
5.जो प्राइवेट हॉस्पिटल करोना पेशेंट्स मरीज से दो से चार लाख वसूल रहे हैं उन पर कार्रवाई हो और करोना पेशेंट के लिए सामान्य राशि निर्धारित की जाए 6.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार बिना कोविड-पॉजिटिव वाले मरीजों को भी अस्पताल में एडमिट किया जाए और उनका उचित इलाज दिया जाए - कुछ मरीजों में rt-pcr रिपोर्ट नेगेटिव आने पर करोना संक्रमण फेफड़े में रहता है सीटी स्कैन से जिसका पता चलता है उसको भी एडमिट कर इलाज किया जाए
- करोना महामारी भी एक प्राकृतिक आपदा है प्राकृतिक आपदा में ₹400000 की आर्थिक सहायता दी जाती है अत: करोना से हुई मृत्यु के परिवार वालों को चार लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए
एडवोकेट रविद्र भाटी
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय गुर्जर परिषद
राष्ट्रीय कोर कमेटी आजाद समाज पार्टी
9999662228
. ग्रेटर नोएडा वेस्ट में 500 बेड का अस्थायी कोविड अस्पताल अति शीघ्र शुरू किया जाए
2.जो लोग घर पर आइसोलेट हैं उनको घर पर ही कोविड किट और ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएं
- स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा गांवों में टेस्टिंग शुरू कराई जाए
4.प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी जिसको कोविड हॉस्पिटल में एडमिशन नहीं मिले उनको प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज किया जाए अभी तक मुख्यमंत्री जी के आदेश का पालन एक भी प्राइवेट अस्पताल ने नहीं किया है
5.जो प्राइवेट हॉस्पिटल करोना पेशेंट्स मरीज से दो से चार लाख वसूल रहे हैं उन पर कार्रवाई हो और करोना पेशेंट के लिए सामान्य राशि निर्धारित की जाए 6.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार बिना कोविड-पॉजिटिव वाले मरीजों को भी अस्पताल में एडमिट किया जाए और उनका उचित इलाज दिया जाए - कुछ मरीजों में rt-pcr रिपोर्ट नेगेटिव आने पर करोना संक्रमण फेफड़े में रहता है सीटी स्कैन से जिसका पता चलता है उसको भी एडमिट कर इलाज किया जाए
- करोना महामारी भी एक प्राकृतिक आपदा है प्राकृतिक आपदा में ₹400000 की आर्थिक सहायता दी जाती है अत: करोना से हुई मृत्यु के परिवार वालों को चार लाख की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए