समाज व देश सेवा का जुनून ही हमें चलायमान किया रहता है:दिनेश भाटी।
नर सेवा में नारायण सेवा ढूंढता कोरोना योद्धा,
समाज व देश सेवा का जुनून ही हमें चलायमान किया रहता है। चुनौतीपूर्ण कार्य को अंजाम तक पहुंचा कर आत्मसंतुष्टि होती है।
दिनेश भाटी, एरिया मैनेजर जन स्वास्थ्य विभाग नोयडा (डोर टू डोर)
- ग्रेटर नोएडा फेस वार्ता:-
ग्रेटर नोएडा:- सब अपने लिए जीते हैं परंतु जो दूसरों के लिए जीते हैं उन्हें ही जांबाज कहा जाता है यह बात बिलासपुर देहात के पतला खेड़ा गांव निवासी दिनेश भाटी पर सही साबित होती है । नोयडा सेक्टर – 94 में बने अन्तिम निवास पर कोरोना से मृत लोगों के अंतिम संस्कार में साथ रहकर उनकी हर संभव मदद करना और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करना। गतवर्ष भी जब लोग घरों में बंद रहते थे तब भी दिनेश डोर टू डोर जाकर गार्बेज उठवाया। जबकि 2015 से 2019 तक कासना मंडल अध्यक्ष और वर्तमान में अब भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य है।



आपको बतादें हैं कि दिनेश भाटी बचपन से ही तैराकी का शौक रखने वाले दिनेश ने करीब 1 दर्जन से भी ज्यादा लोगों की नहर में डूबने से जान बचाई है अपनी इस बहादुरी के कारण एरिया भर में इस बात की चर्चा आम हो चली अब तक कई सम्मान प्राप्त कर चुके दिनेश भाटी दूसरों के प्राण बचाने के लिए अपनी जान हथेली पर रखने से भी पीछे नहीं हटते खेरली नहर में नहाते समय पैर फिसल जाने के चलते डूबे बिलासपुर कस्बे के एक ही परिवार के तीन बच्चों को दो स्कूटर सवारो को देवटा गांव के एक व्यक्ति और सिकन्द्राबाद के चार युवकों की तब दिनेश खेरली नहर मोड़ पर मोबाइल की दुकान चलाते थे उनका कहना है कि खेरली नहर में आए दिन डूबने की घटनाएं होती रहती हैं परंतु जब कोई यहां ढूंढता है तो सभी की तरह वो तमाशबीन नहीं रहते है, उसके अंदर मानवता जाग उठती है और जान बचाने के लिए वो अपनी जान हथेली पर रख कर पानी में कूद जाते थे उन्होंने बताया की जान बचाने के बाद उनको बहुत ही सुकून मिलता है निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे दिनेश भाटी की श्रीमती चंद्रा देवी को स्मृति नवरत्न पुरस्कार 2013 के साथ ₹11000 नगद राशि तथा अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया था।
ज्ञात हो कि दिनेश भाटी राजनीति सामाजिक व पारिवारिक दृष्टि से परिचय के मोहताज नहीं है। फिर भी इस महामारी में एरिया मैनेजर जन स्वास्थ्य विभाग नोयडा डोर टू डोर सुबह छहः से शाम पांच बजे तक ड्यूटी निभा रहे हैं। दस ग्यारह घंटे अब भी बिना रुके लगातार घरों से लेकर श्मशान तक काम में ताल्लिन असल में कोरोना योद्धा का कार्य कर रहे हैं।
शुरु से लोगों के मददगार
पिता संतराम, चाचा धर्मवीर, भाई गोपाल आदि बताते है कि शुरु से जान पर खेल कर लोगों की मददगार बन जाना जुनून है। पत्नी व बेटा-बेटी दिनेश के जनसेवा से प्रभावित तो है फिर भी सुरक्षा की दृष्टि से घबराए हुए रहते हैं।
सम्पन्न व सम्मानित परिवार पत्नी ग्राम प्रधान रहीं
दिनेश भाटी क्षेत्र के सम्पन्न व सम्मानित किसान परिवार के सदस्य है। इनके पिता संतराम भाटी व चाचा धर्मवीर प्रधान क्षेत्र के आदर्श किसान है। जबकि इनकी पत्नी आरती पूर्व ग्राम प्रधान रही हैं।