जेवर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोविड अस्पताल के रूप में किया जाएगा परिवर्तित- धीरेन्द्र सिंह
जेवर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोविड अस्पताल के रूप में किया जाएगा परिवर्तित03-04 दिनों में ही मरीजों को मिलने लगेगा उपचारएमएलए कोविड सहायता केन्द्र की भी हुई स्थापना देहात क्षेत्र के मरीजों को उनके घर के पास ही बेहतर तरीके से इलाज मिल सके, उसके लिए आज दिनांक 30 अप्रैल 2021 को जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता के बाद जेवर-कानीगढी रोड पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किए जाने की दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं। जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता के बाद अपनी विधायक निधि से 50 लाख रूपए की धनराशि मुख्य चिकित्साधिकारी, जनपद गौतमबुद्धनगर को तत्काल उपलब्ध कराए जाने हेतु एक पत्र भी जिलाधिकारी, गौतमबुद्धनगर को जारी कर दिया है, जिससे पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन, वेंटीलेटर, एक्स-रे मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर, बेड, बेड साईड स्क्रीन, व्हीलचेयर, ट्राॅली आदि अन्य जरूरी उपकरणों का क्रय किया जाना है, जिससे उपरोक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को उच्च सुविधाओं वाला अस्पताल बनाया जा सके।
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि ’’पिछले 03-04 दिनों में देहात क्षेत्र से भारी मरीजों के संक्रमित होने की शिकायतें आ रही हैं, जिसे देखते हुए, यह जरूरी हो गया था कि ’’आम आदमी को सुलभ और निशुल्क इलाज उनके घर के समीप ही उपलब्ध हो पाए।’’
इसी दिशा में जेवर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को कोविड अस्पताल बनाए जाने पर कार्य किया जा रहा है, जिसकी स्थापना से जेवर विधानसभा के पूरे देहात क्षेत्र के लोगों को इस महामारी के समय में काफी समस्याओं से निजात मिल जाएगी।
प्रारम्भ में लगभग 100 बेड और अति आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था करवाई जा रही है। जिलाधिकारी को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि ’’आने वाले 03-04 दिनों में क्षेत्र की जनता की समस्याओं को देखते हुए, इस अस्पताल में मरीजों का इलाज प्रारम्भ कराए जाना भी सुनिश्चित करें।’’
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने आज ’’एमएलए कोविड सहायता केन्द्र’’ की भी स्थापना की है, जिसमें 24 घंटे 04 लोगों की ड्यूटी, क्षेत्र से आ रही समस्याओं के निराकरण के लिए लगाई गयी है। जनता की सुविधा के लिए 05 मोबाईल नंबर भी जारी किए गए हैं, जिससे आ रही समस्याओं को एकीकृत कर, उनके निराकरण की व्यवस्था की जायेगी।