जर्मनी का वॉन वेलक्स ग्रुप कोरोना मरीजों और कोरोना मेडिकल स्टाफ की सहायता करने के लिए आगे आया

फेस वार्ता, भारत भूषण शर्मा

कंपनी 10 हजार धोने योग्य और हेल्दी जूते दान करेगी –

दिल्ली:- जर्मनी का वॉन वेलक्स ग्रुप कोरोना मरीजों और कोरोना मेडिकल स्टाफ की सहायता करने के लिए आगे आया है। कंपनी देश भर के कोविड -19 अस्पतालों में 10,000 धोने योग्य (आसानी से सेनेटाइज़ करने योग्य) और स्वस्थ जूते, जरूरतमंद मरीजों और चिकित्साकर्मियों को दान देगी।

यह दान अभियान एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगा ताकि कोरोना वायरस के इस कठिन दौर में फ्रंटलाइन मेडिकल वर्कर्स अतिरिक्त सावधानी रखते हुए स्वस्थ और फिट रहें। यह रोगाणु आपके जूते पर 4 दिनों तक ज़िंदा रह सकते हैं, इसलिए उन्हें भी धोना या सेनेटाइज़ करना बहुत जरुरी है।

पिछले साल, जर्मनी के प्रोजेक्ट वॉन वेलक्स को आगरा, भारत में स्थापित किया गया था और इसके दूसरे चरण के लिए भूमि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के पास आवंटित की गई है। वॉन वेलक्स जर्मनी, भारत के सीईओ आशीष जैन ने कहा, “वॉन वेल्क्स जूते रिफ्लेक्सोलॉजी के जरिए एक अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट 5 ज़ोन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं। यह हर कदम के साथ आपके पैरों में प्रेशर पॉइंट्स और मांसपेशियों को ढाई गुना तक मालिश कर उत्तेजित करता है, इस प्रकार आपको 3000 कदमों में ही 8000 कदम चलने का फायदा देता है। यह उत्तेजना आपके अंगों और शरीर में रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाती है, इस प्रकार यह जूते आपको कोविड 19 के समय में  फिट / सक्रिय रहने में मदद करता है, जो कोविड 19 से बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है।कंपनी ने कोविड-19 के मद्देनजर बहुत से देशों में बिकने के बाद कंपनी ने भारत में भी द नेचुरो प्रोडक्ट को लॉन्च किया है। इस प्रोडक्ट को धोया और सैनिटाइज किया जा सकता है। स्प्रिंगलाइट टेक्नोलॉजी आपको दिन भर लंबे समय तक चलने पर भी आराम देता है। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के ‘मेड इन इंडिया’ के सपने से प्रेरित होकर द नेचुरो जूतों को भारत में बेहद किफायती कीमतों पर बेचा जा रहा है, जिन्हें पहले भारत में 3000-4000 रुपए प्रति जोड़ी के मूल्य पर आयत किया जाता था। यह जूते फ्रंटलाइन मेडिकल वर्कर्स को निशुल्क वितरित किये जायेंगे।

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