लोगों से पुरानी पुस्तक लेकर बदले में हेलमेट दे रहे हैं:हेलमेट मैन

तिरंगा उन हाथों की खूबसूरती बढ़ाता है जिन हाथों ने दूसरों को तिरंगे के प्रति वफादार बनाया है
हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने वाराणसी शहर में पिछले 1 महीने से लगातार लोगों से पुरानी पुस्तक लेकर बदले में हेलमेट दे रहे हैं. जो अगले माह 17 फरवरी तक चलेगा जो इस समय वरुणा नया पुल कचहरी के पास एचपी पेट्रोल पंप पर सुबह 11:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक कोई भी मिनिमम 15 किताबें देकर एक नया हेलमेट प्राप्त कर सकता है. इस स्थान पर 26 जनवरी तक चलेगा जो पुस्तक नाइंथ क्लास से लेकर ग्रेजुएशन तक के बीच किसी भी सब्जेक्ट की दे सकता है.


क्योंकि भारत को सड़क दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए वतन के सभी नागरिकों को 100% साक्षर करना चाहते हैं. जो पढ़ लिख कर भी यातायात नियम को नहीं समझ पाए उनसे पढ़ी हुई पुस्तक की मांग कर रहे हैं और बदले में उनकी सुरक्षा के लिए हेलमेट दे रहे हैं. हेलमेट मैन कहते हैं हमारा देश 74 साल आजादी के बाद भी सो प्रतिशत साक्षर नहीं हो पाया क्योंकि समाज में पढ़े लिखे लोगों ने कभी अशिक्षित बच्चों के प्रति शिक्षा का हाथ नहीं बढ़ाया. इसलिए छठी क्लास से लेकर ग्रेजुएशन तक की जिस बच्चे को पुस्तक की जरूरत है वह हमारे बुक बैंक से निशुल्क किताबें ले सकता है. जो कोई भी अपने स्कूल का आई कार्ड दिखाकर अपने कक्षा की पढ़ी हुई पुस्तक देकर अपनी जरूरत की पुस्तक अगली कक्षा का ले सकता है निशुल्क. वाराणसी जिले में जितने भी एचपीसीएल पेट्रोल पंप के आउटलेट पर बुक बैंक बॉक्स लगा रहे हैं जहां कोई भी पुस्तक दे सकता है. और लाइब्रेरी से अपनी जरूरत की पुस्तक ले सकता है. 2021 में हेलमेट मैन अलग-अलग जगहों पर 21 लाइब्रेरी बना रहे हैं. अगर कोई अपने क्षेत्र में लाइब्रेरी चाहता है तो उसे जगह बताना होगा उस क्षेत्र में हेलमेट मैन लाइब्रेरी का निर्माण करेंगे. जहां बच्चों को पुस्तकें लेने में आसानी होगी.
हेलमेट मैन कहते हैं हम भारत में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख लोगों को सड़क दुर्घटना में खो देते हैं और 4 लाख लोग अपने शरीर से हमेशा के लिए विकलांग हो जाते हैं जो हमारे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. आज भी हमारे देश में करोड़ों बच्चे गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस का मतलब नहीं जानते. जिन्हें अपनी जीविका चलाने के लिए बाल मजदूरी करना पड़ता है. अगर हर कोई अपने घर से एक एक पुस्तक निकालेगा तो हमारे देश का हर बच्चा साक्षर होगा. और हम शिक्षा से ही अपने भारत को मजबूत बना सकते हैं. इसलिए हमने संकल्प लिया है भारत को सौ फीसदी साक्षर करने का और सड़क दुर्घटना मुक्त बनाने का जो पिछले 7 साल से मेरा अभियान लगातार जारी है.
आज सुभाष चंद्र बोस जयंती भी है जिन्होंने आजादी से पहले नारा दिया था.
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा.
हमें आजादी तो मिल गई लेकिन सड़क दुर्घटना से अभी भी जंग जारी है इसलिए आप सभी को इस अभियान के लिए आमंत्रित करता हूं.
तुम मुझे पुस्तक दो मैं दुर्घटना से आजादी दूंगा हेलमेट मैन.

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