एमिटी मेें ’’छात्र कार्य, हित, समग्र विकास एंव नया सामान्य’’ पर अतंर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया गया
फेस वार्ता । भारत भूषण शर्मा
नोएडा: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के दृष्टिकोण सेे उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देने हेतु आज एमिटी विश्वविद्यालय नोएडा सैक्टर 125 ने अतंर्राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया। इस दो दिवसीय सम्मेलन का विषय ’’छात्र कार्य, हित, समग्र विकास एंव नया सामान्य’’ था जिसमें देश विदेश के अनेक वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। छात्रों को अपने संबोधन से प्रोत्साहित करने भारत मे एक्यूडोर के राजदूत महामहिम श्री हेक्टर क्यूयेवा ने आॅनलाइन संबोधन किया।
भारत मे एक्यूडोर के राजदूत महामहिम श्री हेक्टर क्यूयेवा ने कहा कि मानव जीवन के लिए आशा बहुत महत्वपूण है। आज के समय के अनुसार हर व्यक्ति एंव डाक्टरों को केवल विज्ञान से आशा है। सफलता हासिल करने के लिए जरूरी है कि हम सभी एक साथ काम करे तभी सही परिणाम प्राप्त होगे। उन्होने कहा कि भारत दक्षिण सहयोग में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा और दुनिया भर के विश्वविद्यालय आने वाले समस की सच्चाई का अहम कारण बनेगे।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के चांसलर डा अतुल
चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि इस मंच के माध्यम से छात्रों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा जिससे उनका समग्र विकास होगा। उन्होने बताया कि एमिटी का मिशन है कि भविष्य के लीडर तैयार करना ताकी वह समाज को बेहतर दुनिया बना सके और उसके विकास में अपना सहयोग दे सके।
अमेरिकन काउंसलिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डा सू ई प्रेसमैन ने बताया कि वर्तमान समय में समाज का तनाव छात्रों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है इसलिए इस प्रकार के सम्मेलन से छात्रों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा जिससे उन्हे फायदा होगा। उन्होने छात्रों को इस कठिन समय के दौरान आत्म देखभाल करने का सुभाव दिया।
आॅस्ट्रलिया के ला ट्रोब विश्वविद्यालय की उप कुलपति प्रोफेसर जेसिका वेंडरलेली ने कहा कि शिक्षा एक उपहार है और विशेषाधिकार है जिसे छात्रों को दूर नहीं किया जा सकता है। छात्रों को अपने सपनों को पूरा करने और उन्हें आजीवन सफलता के लिए तैयार करने में विश्वविद्यालयों की एक प्रमुख भूमिका है।
एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि छात्रों को दूरस्थ रूप से समर्थन देना और उन्हें उनके समग्र विकास के लिए सक्रिय रूप से व्यस्त रखना एक बड़ी चुनौती थी। डा शुक्ला ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान छात्रों को तनाव से दूर रखने के लिए एमिटी द्वारा 24ग7 हेल्पलाइन की शुरूवात की गई ताकी छात्रों को मदद प्रदान की जा सके। उन्होने सम्मेलन की जानकारी देते हुए कहा कि कार्मक्रम में 50 से अधिक राष्ट्रीय एंव अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं ने हिस्सा लिया है।
सभी अतिथियों का स्वागत स्टूडन्ट वेल्फेयर की डिप्टी डीन डा अल्पना कक्कड ने किया। कार्यक्रम के दौरान आॅनलाइन तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया जिसमें डिजिटल युग में छात्रों का सर्वांगीण विकास, छात्र विकास की नई परिभाषा आदी पर चर्चा की गई।