मुझसे किसानों की पीड़ा देखी नहीं जा रही है 46 किसान कड़कती ठंड में शहीद हो चुके हैं: बलराज भाटी

27-12-2020 को 31 वें दिन भी गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी रहा जिसमें भारतीय किसान यूनियन (बलराज) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बलराज भाटी जी संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ धरने में जमे रहे । भाटी ने मंच साझा कर अपने शब्दों में तीनों कृषि बिल कानूनो को काले कानून की संज्ञा देते हुए केंद्र सरकार को चेताया और कहा कि मुझसे किसानों की पीड़ा देखी नहीं जा रही है 46 किसान कड़कती ठंड में शहीद हो चुके हैं उन्होंने अपनी कल की हुई घोषणा को दोहराते हुए कहा कि यदि 31 दिसंबर तक किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वह 1 जनवरी को दोपहर 12:00 आत्मदाह करने को मजबूर होंगे ।
राष्ट्र महासचिव ऊधम भाटी ने कहा कि यह कृषि कानून किसी भी तरह से किसानों के हक में नहीं है और देश की आम जनता को भी बुरी तरीका से प्रभावित करेगें यह केवल अडानी अंबानी जैसे पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए बनाये गये है और इनके लाभ में सरकार भी भागीदारी पाने के लिए उद्योगपतियों का साथ दे रही है प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली चैची ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कई राज्य छोड़कर मध्य प्रदेश में जाकर किसानों से संवाद कर रहे हैं यदि उन्हें संवाद करना है तो दिल्ली के बॉर्डर पर 31 दिनों से बैठे हुए किसानों से संवाद करना चाहिए ।


महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेखा सिवाल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान से बड़ा भारत की धरती पर परोपकारी सहनशील सुशील आशावादी खून पसीने की कमाई खाने वाला और खिलाने वाला दूसरा कोई नहीं है सभी देशवासी इस बिल को गहराई से समझें विरोध करें और पुण्य कमाए ।
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन बलराज संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीर सिंह चेयरमैन राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी बीएल शर्मा जिला अध्यक्ष गौतम बुद्ध नगर हातम भाटी बिसरख ब्लाक महासचिव समीर पवार सहित लाखों किसान मौजूद रहे ।

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