प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोविड-19 महामारी के संबंध में दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर कोविड-19 को लेकर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने विगत दिवस देर रात्रि एकीकृत कंट्रोल रूम पर की बैठक
गौतमबुद्धनगर – उत्तर प्रदेश सरकार के मा0 मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में जनपद में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए एवं सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने के उद्देश्य से विगत दिवस देर रात्रि सेक्टर 59 नोएडा में संचालित एकीकृत कोविड कंट्रोल रूम में जिलाधिकारी सुहास एल.वाई. की अध्यक्षता में बैठक आहूत हुई। मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में कमांड सेंटर में जिम्मेदार अधिकारियों की समीक्षा बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर गहनता से चर्चा हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की गई कि क्या घर-घर सर्वे टीम निर्देशानुसार अपना कर्तव्य निभा रही है या नहीं। जिस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है उन्हें सभी संदिग्ध व्यक्ति और ILI /SARI के लक्षणों वाले लोगों की पहचान करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी पहचाने गए संदिग्ध रोगियों के परीक्षण की रिपोर्ट आई है तो संदिग्ध व्यक्ति के परीक्षण में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, यदि किसी संदिग्ध व्यक्ति का परीक्षण पॉजिटिव है, तो उसके संपर्क में आए लोगों का भी कोविड परीक्षण प्राथमिकता पर 24 घंटे के भीतर कराना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने सभी अपर मुख्य मुख्य चिकित्सा अधिकारियों तथा उप मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होंने सभी अधिकारियों निर्देशित किया कि वह पूरी निष्ठा के साथ अपना कार्य संपादित करें ताकि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आमजन तक पहुंच सके। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी पॉजिटिव आये व्यक्ति के 24 घंटे के भीतर उन सभी के संपर्क का कोविड परीक्षण बिना किसी देरी के कराया जाए एवं संक्रमित व्यक्तियों को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाना सुनिश्चित करें। आरआरटी (रैपिड रिस्पांस टीम) द्वारा घर में अलगाव रखा जाना चाहिए और इसे संक्षिप्त किया जाना चाहिए घर अलगाव प्रोटोकॉल पर घरेलू अलगाव के सभी रोगियों को दैनिक आधार पर कमांड सेंटर से संपर्क कराना सुनिश्चित कराएं। निगरानी टीम को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए और बाहरी जिले से आने वाले सभी लोगों के लक्षणों पर नजर रखी जाए। कोविड अस्पतालों में होने वाली सभी मौतों का विश्लेषण किया जाना चाहिए।

जिला अधिकारी ने स्पष्ट किया कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के उपचार भी किसी भी स्तर पर देरी एवं शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने सभी को निर्देशित करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि परीक्षण किए गए सभी लोग अपना मोबाइल नंबर और पता सही प्रकार से दें ताकि पॉजिटिव आने के बाद किसी को भी न छोड़ा जाए। संबंधित अधिकारियों को आवश्यकता अनुसार नियमित बैठक करते हुए प्रतिदिन समीक्षा की जाए ताकि संक्रमण से रोकथाम की लड़ाई में कोई भी कमी न रहने पाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रत्येक रोगी के लिए एम्बुलेंस सेवा सुनिश्चित कराने की कार्यवाही की जाए। जिलाधिकारी ने इंसीडेंट कमांडर एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उनके द्वारा नियमित रूप से अपने अपने क्षेत्र में अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों से निरंतर फोन के माध्यम से बात करते हुए उन्हें प्रोटोकाल के अनुरूप इलाज संभव कराने के साथ-साथ आवश्यक मूलभूत सुविधाओं पर भी विशेष नजर बनाकर रखी जाए ताकि कोरोना संक्रमित मरीज शीघ्रता के साथ स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हो सके। आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गण मौके पर उपस्थित रहे, जबकि प्रशासन एवं अन्य अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक करते हुए जिला अधिकारी के द्वारा कोविड-19 को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए गए हैं।