महिलाओं ने मनाया राष्ट्रीय हथकरघा दिवस
ग्रेनोबेस्ट (रूपम कुमारी वर्मा) ग्रेनोबेस्ट के ला रेसीडेंटिया की महिलाओं ने मनाया राष्ट्रीय हथकरघा दिवस ,भारतीय परिधान साड़ी महिलाओ की पहचान हैं इस दिवस को महिलाएं कोरोना काल मे भी इस स्वर्णिम दिवस को अपने हाथ से जाने नही दिया ,बड़े ही शांतिपूर्ण ढंग से कम लोगो के साथ त्योहार के रूप में बुंनकर दिवस को यादगार पल दिया ,सोसायटी की महिलाएं रूपम कुमारी वर्मा ,श्रीमती मंजू सिंह ,श्रीमती अनिता वर्मा,श्रीमती पायल रॉय, श्रीमती लक्ष्मी पांडेय,श्रीमती अंकिता चौधरी,श्रीमतिअनुप्रिया ने उत्सुकता से राष्ट्रीय दिवस को अपने अंदाज में चिन्हित किया ,देशभर में आज राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जा रहा है।
यह तीसरा हथकरघा दिवस है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरूकता फैलाना है। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर ‘भारतीय हथकरघा’ लोगो का अनावरण किया था और कहा था कि हथकरघा गरीबी से लड़ने में एक अस्त्र साबित होता हैं। प्रधानमंत्री मानते हैं कि खादी और हथकरघा उत्पाद भी वही उत्साह प्रदान करते हैं, जैसा कि मां के प्रेम से प्राप्त होता है। हथकरघा उत्पाद जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी को रोजगार मुहैया कराते हैं वहीं यह पर्यावरण के अनुकूल भी है।