मुंबई में भारी बारिश का कहर मुंबई ठाणे और पालघर में रेड अलर्ट घोषित
मुंबई-में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी है। भारी बारिश की वजह से मुंबई में जन.जीवन अस्त.व्यस्त हो गया है। हर तरफ बस पानी ही पानी। गाड़ियां जगह.जगह फंसी पड़ी हैं यहां तक ट्रेनें भी फंस गई हैं। एनडीआरएफ और आरपीएफ को भी लोगों की मदद के लिए उतरना पड़ा है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि कल शाम को पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से बात भी की है और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। दूसरी ओर उद्धव ठाकरे ने लोगों से अपील की है कि वह बिना किसी जरूरी काम के अपने घरों से ना निकलें और घरों में ही सुरक्षित रहें। बुधवार को मुंबई की बारिश का हाल निसर्ग तूफान के दिन से भी ज्यादा खतरनाक नजर आया।
कोलाबा में 46 साल बाद अगस्त में 12 घंटे में 294 एमएम बारिश हुई। इससे दक्षिण मुंबई में बरसों बाद सड़कों पर बहुत पानी दिखा। सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हाथों 266 बेड के कोविड हेल्थ सेंटर का ई-उद्घाटन सम्पन्न हुआ। शहर में कोविड के मामलों के मद्देनजर इस अस्थाई सेंटर का निर्माण एमएमआरडीए द्वारा किया गया है। इस सेंटर में करोड़ो रुपये की लागत के साथ एक अस्थायी शेड बनाया गया हैए जिसमें दवाइयां और अन्य वैधकीय उपकरणों को रखने की व्यवस्था है। फिलहाल इस सेंटर में कुछ खास सामान न होने के कारण बड़ा नुकसान टल गयाए लेकिन प्रश्न उठता है कि अगर यही हाल रहा तो भविष्य में बड़ा नुकसान हो सकता है और इसका सीधा असर कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर पड़ेगा। उपायुक्त संभाजी वाघमारे ने मामले की जांच की बात कर ठेकेदार पर कार्रवाई की बात कही है।
दक्षिण मुंबई के जिन इलाकों में कभी जलजमाव नहीं देखने को मिलता था वहां भी सड़कों पर तालाब जैसे दृश्य थे। चर्नी रोड में विल्सन कॉलेज के सामने गिरगांव बाबुलनाथ एरिया पेडर रोड बालकेश्वर एरिया में सड़कों पर पानी भरा रहा। गिरगांव चौपाटी के सामने रहने वाले हरि भाई ने बताया कि 2005 की बाढ़ में भी इस तरह का नजारा यहां देखने को नहीं मिला था। नरीमन पॉइंट स्थित एक बैंक में काम करने वाले सुधीर पाठक ने कहा कि भारी बारिश की वजह से यहां सड़कों पर गिरे पेड़ और जगह.भरा पानी देखकर ऐसा लग रहा था कि तूफान आया है। चर्चगेट से सीएसएमटी जाने वाली रोड पर भी कई जगह पेड़ और डालियां गिरी थीं। इसससे मंत्रालय और अन्य कार्यालयों के कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।