इंडिया हैकेथोन के चौथे संस्करण के ग्रांड फिनाले के तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन |

ग्रेटर नोएडा (भारत भूषण शर्मा):-देश के ओजस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों को परवाज़ देने वाले स्मार्ट इंडिया हैकेथोन के चौथे संस्करण के सफल आयोजन में एनआईईटी ग्रेटर नोएडा ने नोडल सेंटर के रूप में सहभागिता की है। इस वर्ष के सॉफ्टवेयर संस्करण के ग्रांड फिनाले के तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन आज हुआ। तीन दिन लगातार चलने वाली इस राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में एनआईईटी ग्रेटर नोएडा नोडल सेंटर पर आयुष मंत्रालय भारत सरकार तथा मध्य प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्तावित कुल सात समस्याओं के समाधान के लिए देश के कोने कोने से 33 प्रतिभागी टीमों ने प्रतिस्पर्धा की।एनआईईटी ग्रेटर नोएडा, नोडल सेंटर पर स्मार्ट इंडिया हैकेथोन-2020 का शानदार शुभारंभ 1 अगस्त 2020 को नेशनल बोर्ड आफ एक्रीडिटेशन के चेयरमैन डॉ के के अग्रवाल, एनआईईटी ग्रेटर नोएडा के कार्यकारी उपाध्यक्ष  रमन बत्रा, निदेशक एनआईईटी डॉ विनोद कापसे, नोडल सेंटर स्पोक प्रो प्रवीण पचौरी तथा ऑर्गेनाइजिंग कमेटी के सदस्यों की उपस्थिति में हुआ। प्रतियोगिता में तीन मेंटरिंग राउंड, तीन जजिंग राउंड, दो सांस्कृतिक कार्यक्रम, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रतिभागियों से संवाद तथा लीडरशिप टॉक परिचर्चा शामिल थे। मेंटरिंग राउंड के लिए संबन्धित मंत्रालयों तथा विभागों की ओर से 21 प्रबुद्ध विशेषज्ञों को मेंटर तथा ज्यूरी मेम्बर के लिए नामित किया गया था। आयुष मंत्रालय की ओर से डॉ तनुजा नेसारी, निदेशिका, अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने लीडरशिप टॉक परिचर्चा में प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। मध्य प्रदेश सरकार की ओर से श्री मैथिली गुप्ता, पुलिस महानिदेशक (पुलिस रिफ़ोर्म्स) ने प्रतिभागियों को सरकार की अपेक्षाओं तथा पुलिस की कार्यप्रणाली की बारीकियों से अवगत कराया।एनआईईटी ग्रेटर नोएडा, नोडल सेंटर पर प्रतिभागी टीमों में से दो टीमों  को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संवाद करने के लिए चयनित किया गया। प्रधानमंत्री ने इन प्रतिभागियों के प्रोजेक्ट को काफी सराहा और इस प्रोजेक्ट को वास्तविकता में क्रियान्वित करने से पूर्व हैदराबाद स्थित आईपीएस अधिकारियों के ट्रेनिंग सेंटर में इन प्रतिभागियों तथा प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों के बीच विस्तृत परिचर्चा के लिए व्यवस्था करने का आश्वासन दिया और कहा कि मैं स्वयं इस संवाद की व्यवस्था करूंगा।एसआईएच प्रतियोगिता के प्रणेता  एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के चीफ इन्नोवेशन ऑफिसर डॉ अभय जेरे ने प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों से संवाद किया तथा तथा उनका उत्साह वर्धन किया। उन्होने समस्याओं के गुणवत्तापूर्ण समाधान प्रस्तुत करने के लिए विशेष रूप से ज़ोर दिया। शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की  ओर से धर्मराज चिंतलवार तथा प्रवीण जैन को विजिलेंस ऑफिसर के रूप में नामित किया गया था। रमन बत्रा, कार्यकारी उपाध्यक्ष, एनआईईटी ग्रेटर नोएडा ने कहा कि एनआईईटी हमेशा से ही शिक्षा और व्यवसाय मे इन्नोवेशन पर ज़ोर देता आया है।रमन बत्रा ने कहा कि एनआईईटी, ग्रेटर नोएडा की दो टीमे भी एसआईएच-2020 में वीआईटी, वेल्लोर तथा वर्धमान कॉलेज, हैदराबाद में प्रतिभाग कर रही हैं। उन्होने आगे कहा कि आज हम अपनी युवा शक्ति के दम पर न्यू इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे सपनों को साकार करते हुये राष्ट्र का पुनर्निर्माण कर रहे हैं। डॉ के के अग्रवाल, चेयरमैन, नेशनल बोर्ड आफ एक्रीडिटेशन ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे विद्यार्थियों में गजब की रचनात्मकता है।उन्होने आगे कहा कि हमारे देश के विद्यार्थियों की रचनात्मकता एवं इन्नोवेशन की प्रवृत्ति को देखते हुए हमें उनसे ढेर सारी आशाएं हैं और इन आशाओं को पूरा करने के लिए बस उन्हें एक रचनात्मक माहौल देने की आवश्यकता है। डॉ अग्रवाल ने विद्यार्थियों को विशेष रूप से कहा कि भविष्य में आइडिया ही धनार्जन का स्वरूप होगा।प्रतियोगिता पूरी होने के बाद सभी ज्यूरी मेम्बर्स ने टीमों को दिये गए स्कोर एसआईएच-2020 की संचालन समिति को प्रेषित कर दिये। कल शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से गठित समिति द्वारा सभी स्कोर  संकलित कर फाइनल विजेताओं की घोषणा की जाएगी तथा संस्थान द्वारा पांच अगस्त को ऑनलाइन प्लैटफ़ार्म पर समापन समारोह का आयोजन किया जाएगा। 

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