शारदा विश्वविद्यालय में नए सत्र के छात्र-छात्राओं के लिए ओरियंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया।
ग्रेटर नोएडा। फेस वार्ता:
शारदा विश्वविद्यालय में सोमवार को नए सत्र के छात्र-छात्राओं के लिए ओरियंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस बार करीब चार हजार छात्र-छात्राओं ने विभिन्न पाठ्यरकम में दाखिलें लिए है, जिसमे से दस हजार बच्चे व उनके अभिभावक शामिल हुए है। कार्यक्रम का शुभारंभ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्रभाग के अध्यक्ष डॉ संजीव वार्ष्णेय, ग्रेटर नोएडा के सीआईएसएफ सीनियर कमांडेंट हरिओम गांधी, संस्थान के चांसलर पीके गुप्ता, प्रो चांसलर वाई के गुप्ता और वाइस चांसलर डॉ. सिबाराम खारा ने अपने विचार रखे I विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय सहयोग विभाग के अध्यक्ष डॉ संजीव वार्ष्णेय ने बताया कि विश्वविद्यालय का मूल उद्देश्य ज्ञान का निर्माण करना होता है, आपको यह देखने की जरूरत है किस प्रकार ज्ञान को मानव समाज में प्रयोग किया जा सकता है। किताबी ज्ञान सदैव रहेगा लेकिन जिज्ञासा को आजमाएं। जीवन में पिछले अनुभव बहुत कुछ सीखाते है इसलिए हर अनुभव को प्रेरणा की तरह लेना चाहिए।
संस्थान के चांसलर पी के गुप्ता ने कहा कि ओरिएंटेशन का दिन हर छात्र के लिए महत्वपूर्ण होता है। जीवन में लक्ष्य होना बहुत जरूरी होता है तभी हम काम को पूरी योजना के साथ कर सकते है और सफलता के संयोग भी बढ़ जाते है। भारत का भविष्य सभी युवा छात्रों पर निर्भर करता है और सभी को पूरे विश्व पर ग्लोबल लीडर की तरह काम करना होगा। उन्होने कहा कि अपनी पढ़ाई के प्रति सदैव जोशीला होना चाहिए।
सीआईएसएफ सीनियर कमांडेंट हरिओम गांधी ने कहा कि अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए आपको याद रखना चाहिए की किसी के दबाव में किए जाने वाले कार्य आपको गलत राह पर भी लेकर जा सकता है। युवा शक्ति को देश में अगर अपना योगदान देना है तो पहले सही गलत में अंतर करना सीखे। आप को गलत आदतों से बचाए और दूसरों को मदद करे और सबसे जरूरी है। खुद से प्यार करे तभी आप गलत रास्ते पर नही जाऐगे।इस मौके पर शारदा विश्वविद्यालय के छात्रगण, शिक्षकगण एंव सभी स्कूल के डीन सहित अनेक लोग उपस्थित थे। मौके पर शारदा के छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन भी किया।